खरसिया पुलिस ने अमानत में खयानत के अपराध और चोरी के वाहनों की जप्ती कर आरोपी को भेजा जेल.
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायगढ़
रायगढ़ : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कल दिनांक 17 सितंबर को थाना खरसिया में ग्राम चपले के उपसरपंच हीरालाल पटेल द्वारा लिखित आवेदन देकर थाना खरसिया में रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि उसके परिचित तरुण कुमार पटेल निवासी टमटेमा का ड्राइवर पूरन चौहान निवासी लेबड़ा थाना भूपदेवपुर बीते अगस्त महीने में एक दिन इसके घर आकर बोला कि “ट्रैक्टर पंचर हो गई है, जैक दे दो वापस कर दूंगा”। तब विश्वास में आकर हीरालाल पटेल ने पूरन चौहान को जैक दे दिया, काफी दिन बाद जैक वापस नहीं करने से हीरालाल ने ड्राइवर के मालिक तरुण पटेल को जैक वापस करने बोला तो तरुण ने बताया कि उसका ड्रायवर पूरन काम छोड़कर भाग गया है, काफी दिन से खोजबीन कर रहा है नहीं पता चल रहा है। तब हीरालाल पटेल थाना खरसिया में आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज कराया, खरसिया पुलिस ने मामले में अमानत में खयानत (धारा 406 आईपीसी) का अपराध आरोपी पूरन चौहान पर दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
खरसिया थाना प्रभारी निरीक्षक सौरभ द्विवेदी द्वारा तत्काल अपने स्टाफ और मुखबिरों को आरोपी पूरन चौहान की जानकारी लेने निर्देशित किये और आरोपी पूरन चौहान के ठिकाने में दबिश दिया गया। आरोपी के कब्जे से हीरालाल पटेल के ट्रैक्टर का जेक (पीला काला रंग सांबा शिवा 40 टन लिखा कीमत 5,000/-रूपये) को बरामद कर जप्त किया गया है। कार्यवाही के दौरान पुलिस को आरोपी पूरनलाल चौहान के घर पर एक हीरो होंडा स्प्लेंडर प्लस मोटरसाइकिल लाल रंग क्रमांक सीजी 13 G 2557 तथा एक हीरो होंडा स्प्लेंडर प्लस काला रंग क्रमांक सीजी 13 E 1674 खड़ी मिली, जिसके संबंध में पूरनलाल से पूछताछ कर वाहन के कागजात पेश करने को कहने पर पूरन कोई संतोषप्रद जवाद नहीं दे पाया। दोनों मोटरसाइकिल चोरी की होने के पूर्ण अंदेशा पर खरसिया पुलिस द्वारा पृथक से आरोपी पूरन पर धारा 41(1+4) जाफौ/379 भादवि की कार्रवाई कर दोनों वाहनों को जप्त किया गया है। आरोपी पूरन लाल चौहान पिता हुलस राम निवासी लेबडा थाना भूपदेवपुर को खरसिया पुलिस ने अमानत में खयानत के अपराध और वाहन चोरी के अपराध इस्तगासा धारा 41(1+4) जाफौ/379 भादवि में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। जब्त मोटरसाइकिल के स्वामियों का पतासाजी किया जा रहा है। संपूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक सौरभ द्विवेदी, सहायक उपनिरीक्षक लक्ष्मी नारायण राठौर, आरक्षक विशोप सिंह, आरक्षक प्रदीप तिवारी, आरक्षक सत्यनारायण सिदार की विशेष भूमिका रही है।