दो सौ दिनों में रकम दुगुना करने का प्रलोभन देकर 2 व्यक्तियों से ठग लिये डेढ़ लाख रूपये, सप्ताह भर बाद खाते में रकम आने हुए बंद, ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार….जाने पूरा मामला
December 9, 2021थाना सिटी कोतवाली जशपुर में आरोपी के विरूद्ध भादवि की धारा 420 का मामला पंजीबद्ध
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,
जशपुर. प्रार्थी संजीत तिर्की ग्राम रनपुर पोस्ट आफिस लोखण्डी तहसील व जिला जशपुर एवं देवनंद भगत निवासी ग्राम पोस्ट पैकू तहसील व जिला जशपुर दोनों से जित्यानंद राम निवासी श्रीटोली, पोस्ट लोधमा तहसील कुनकुरी जिला जशपुर द्वारा आप दोनों का पैसा 200 दिन में दुगुना करा दूंगा, प्रत्येक दिन छुट्टी के दिनों को छोड़कर आपके खाते में 1500 रूपये से 2000 रूपये के हिसाब से खाते में राशि आ जाएगा। ऐसा कहकर प्रार्थी संजीत तिर्की से 1,10,000 रूपये और प्रार्थी देवनंद भगत से 40,000 रूपये ले लिया।
दो सप्ताह तक लगातार पैसा खाते में आया, जिसमें संजीत तिर्की को 23,000 रूपये एवं देवनंद भगत को 15,000 रूपये मिला उसके बाद पैसे आना बंद हो गया। दोनों प्रार्थियों द्वारा फोन से संपर्क करना चाहा तो आरोपी द्वारा फोन उठाना बंद कर दिया। रिपोर्ट पर थाना सिटी कोतवाली जशपुर में अपराध क्रमांक 304/21 धारा 420 भा.द.वि. पंजीबद्ध कर विवेचना कार्यवाही की गई।
वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश एवं मार्गदर्शन में थाना सिटी कोतवाली जशपुर पुलिस द्वारा विवेचना दौरान मुखबिर सूचना पर आरोपी जित्यांनद राम पिता जगेश्वर राम निवासी श्रीटोली पोस्ट लोधमा थाना कुनकुरी जिला-जशपुर (छ0ग0) को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर घटना दिनांक को जुर्म घटित करना स्वीकार करते हुए ठगी की गई रकम से खरीदी गई कार क्रमांक नंबर सीजी 15 डीआर 3126 का किश्त का भुगतान किया आरोपी के द्वारा पेश करने पर बरामद कर टाटा हेरियर कार को पुलिस कब्जे में लिया गया। आरोपी जित्यानंद राम उम्र 29 वर्ष निवासी ग्राम पोस्ट लोधमा तहसील कुनकुरी जिला जशपुर के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने से दिनांक 08-12-2021 को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी को गिरफ्तारी करने में निरीक्षक लक्ष्मण सिंह धुर्वे थाना प्रभारी-सिटी कोतवाली जशपुर स0उ0नि0 किशन चौहान, प्रधान आरक्षक क्र. 362 धर्मेन्द्र राजपूत, प्रधान आरक्षक क्र. 274 त्रिनाथ यादव, आरक्षक पवन पैंकरा, शोभनाथ सिंह, धिरेन्द्र मधुकर, सहायक आरक्षक रविराम का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।