इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल मैनेजमेंट आनंद गुजरात के तीन शोधार्थियों ने संकल्प जशपुर के बच्चों को किया मोटिवेट

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

आईआईटी और एनआईटी से स्नातक करने के पश्चस्तइ आईआरएम आनंद गुजरात में ग्रामीण विकास के प्रबंधन की बारीकियों को समझने तीन युवा शशांक, अंशुल और अनमोल जशपुर जिले का विगत कई दिनों से अध्ययन कर रहें हैं।

इसी क्रम में विगत् जिले की शिक्षा व्यवस्था समझने तथा विद्यार्थियों को अभिप्रेरित करने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संबित मिश्रा के साथ तीनों का संकल्प शिक्षण संस्थान जशपुर में आगमन हुआ। सभी ने अपने-अपने छात्र जीवन के अनुभव साझा करते हुए विद्यार्थियों का कैरियर काउंसलिंग किया।

जिला पंचायत सीईओ श्री मिश्रा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक बच्चे को अपना शत् प्रतिशत् देने की कोशिश करना चाहिए और हमेशा अपने लक्ष्य को फोकस करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम बड़ा होता है और बच्चों को प्रतिदिन छोटा-छोटा टारगेट रखकर पढ़ाई करें तो निश्चित ही पाठ्यक्रम पूर्ण होगा। धैर्य रखकर परीक्षा की तैयारी योजनाबद्ध तरीके से करें तो सफलता मिलेगी। बच्चों के जीवन में छोटी-छोटी बातों का बड़ा महत्व होता है इस कारण टालने की आदत बंद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि संघर्ष करना ही जीवन है। हम अभ्यास कर अच्छा कर सकते है। हर इंसान सफल नहीं हो सकता पर एक बेहतर इंसान बन सकता है। अतिथियों से बच्चों ने भी सवाल किये जिसका जबाब भी उनके द्वारा दिया गया।

अंशुल ने सभी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक हमेशा विद्यार्थियों के साथ सहयोगात्मक व्यवहार करते है तथा विद्यार्थी जैसे-जैसे आगे बढ़ता है उसे दुनिया में काफी कुछ देखने को मिलता है इसके साथ ही उसे निरन्तर नई-नई जानकारी प्राप्त होती है। उन्होने कहा कि बच्चों को सदैव नई टेक्नोलॉजी से अपडेट होते रहना चाहिए। विद्यार्थियों को एक दिन पूर्व विषय वस्तु को पढ़कर कक्षा में जाना चाहिए और कक्षा के बाद पुनः पुनरावृत्ति करना चाहिए। ऐसा करने से विषय वस्तु की पुरी समझ विकसित हो जायेगी। बच्चों को अपने शंकाओं के समाधान हेतु पियर लर्निंग भी करनी चाहिए। उन्होने कहा कि बच्चों को अपनी पढ़ाई के साथ-साथ मनोरंजन एवं अपने सेहत का ध्यान भी रखना चाहिए। किसी भी विद्यार्थी को एक बार पढ़ने में 50-60 प्रतिशत् विषय वस्तु की बाते दिमाग में समा जाती है जितनी बार विषय वस्तु की पुनरावृत्ति करेंगे यह प्रतिशत् बढ़ता जायेगा। यदि कोई विद्यार्थी की किसी कारण कुछ कक्षाये छुट जाती है तो सबसे पहले उसे यह पता करना चाहिए कि पाठ्यक्रम का क्या-क्या भाग छुट गया है इसके बाद कुछ अतिरिक्त पढ़ाई का बोझ डाले और पाठ्यक्रम को पूर्ण करने हेतु अपने मित्रों एवं शिक्षकों की मदद ले।

इस अवसर पर शशांक ने कहा कि विद्यार्थियों को लगातार पढ़ाई नहीं करनी चाहिए हर 50 मिनट के बाद आवश्यकतानुसार कुछ देर का ब्रेक लेना चाहिए। बच्चों को सदैव अपनी नींद पुरी करनी चाहिए क्योंकि पढ़ाई करना अपने आप में एक चुनौती है और दिमाग की एक सीमा होती है इस कारण उसे भी आराम देने की आवश्यकता होती है। विद्यार्थियों को सदैव यह बात ध्यान रखना चाहिए कि हमेशा सफलता प्राप्त नहीं होती है इससे हताश नहीं होना चाहिए। पुरी लगन के साथ मेहनत करते रहना चाहिए और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए।

कार्यक्रम में अनमोल ने कहा कि जीवन में हर चीज नहीं मिलती है,  हमेशा कोशिश कर संघर्ष करते रहना चाहिए। बच्चों को अध्ययन हेतु समय प्रबंधन सही करना चाहिए। विद्यार्थियों को अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। प्रत्येक विद्यार्थी को सही समय प्रबंधन कर पढ़ाई करना चाहिए तो बेहतर परिणाम आयेगा।

कार्यक्रम में संकल्प शिक्षण संस्थान के प्राचार्य विनोद कुमार गुप्ता ने सभी अतिथियों को संकल्प शिक्षण संस्थान के उद्देश्य, गतिविधियों एवं सफलता की जानकारी से अवगत कराया गया। कार्यक्रम में संकल्प के प्राचार्य विनोद गुप्ता, यशस्वी जशपुर के संजीव शर्मा, शिक्षकों सहित समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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