रमन सिंह ईडी के प्रवक्ता हैं और ईडी रमन सिंह की संरक्षक, छत्तीसगढ़ में ईडी कुत्ता-बिल्ली के जैसे ही घूम रही – सुशील आनंद शुक्ला

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

 ‘‘छत्तीसगढ़ में ईडी कुत्ते-बिल्ली के जैसे घूम रही है’’ इस बात से रमन सिंह की बौखलाहट बताती है तीर निशाने पर लगा है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सिंह की बौखलाहट स्वाभाविक है ईडी जो पटकथा लिखती है रमन सिंह उसको पढ़ते है। रमन सिंह ईडी के प्रवक्ता हैं और ईडी रमन सिंह की संरक्षक, यही कारण है कि ईडी रमन सिंह के नान घोटाले और चिटफंड घोटाले की जांच नहीं कर रही है। छत्तीसगढ़ में ईडी की जब छापेमारी होती है तो ईडी के छापे में क्या मिलने वाला है यह रमन सिंह दो दिन पहले ही प्रेसनोट जारी करके बता देते है। ईडी भाजपा नेताओं की सलाह पर पटकथा लिखती है तथा भाजपा के नेता रट्टू तोते की भांति उसको पढ़ते है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन के 15 सालों के कार्यकाल में 1 लाख करोड़ का घोटाला हुआ था। रमन सिंह देश के भ्रष्टतम मुख्यमंत्रियों में गिने जाते थे। रमन सिंह का बेटा उनके भ्रष्टाचार के पैसे को जमा करने के लिये विदेशों में खाता खुलवाता है और काले धन वालों की सूची पनामा पेपर में अभिषेक सिंह का नाम आता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री और इन्फोर्समेंट डायरेक्टर को पत्र लिखकर नान और चिटफंड घोटाले की जांच कराने का अनुरोध किया था। ईडी, आईटी नान घोटाले, चिटफंड घोटाले, पनामा पेपर के अभिषाक सिंह की जांच क्यों नहीं करती है? नान गरीबों के राशन में 36000 करोड़ का डाका डाला गया है, जब इतनी बड़ी रकम का लेनदेन हुआ है, नान डायरी में सीएम सर, सीएम मैडम, ऐश्वर्या रेसीडेंसी वाली मैडम जैसे दर्जनों नामों का उल्लेख है जिनका मोटी-मोटी रकम देने का भी उल्लेख है। ऐसे में इस अवैध लेनदेन की जांच ईडी क्यों नहीं करती है? गली-गली में घूमने वाली ईडी रमन सिंह से पूछताछ क्यों नहीं करती?

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जो लोग भाजपा के विरोध में है ईडी की नजर में वे गुनाहगार है। भाजपा ज्वाइन करते ही सारे केस समाप्त हो जाते है। हेमंत बिस्वा शर्मा, लुईस बर्जर और शारदा घोटाले केस में जिसमें ईडी ने बुलाया, क्रीम लगाई और भाजपा में शामिल हो गए और ईडी ने सब चीजें सफा चट कर दिया। येदियुरप्पा पर ईडी का केस दर्ज हुआ या नहीं हुआ। नारायण राणे जब कांग्रेस में थे, ईडी और इंकम टैक्स के रेड और नोटिस आते थे, लेकिन जैसे ही भाजपा में गए, तो ये ग्लो एंड लवली स्कीम के तहत उनके ऊपर ये क्रीम लगी और वो पाक साफ हुए। सोमेन मित्रा, जब तक टीएमसी में थे, मुकदमें चल रहे थे और जैसे ही पार्टी छोड़ी, उनके ऊपर ईडी के सारे के सारे केस माफ हो गए। रमन सिंह जी का पता भी नहीं कि क्या ईडी के केस चल रहे हैं या नहीं चल रहे हैं। मुकुल राय जब तक टीएमसी में थे, ईडी के प्रेशर में थे, लेकिन जैसे ही बीजेपी में गए फेयर एंड लवली स्कीम में उनके ऊपर क्रीम लगी और ठीक हो गए। ईडी भाजपा की एजेंट बन गई है।

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