बड़ी ख़बर : महादेव एप का सीधा संबंध भूपेश बघेल से मिला, ED ने जारी की प्रेस रिलीज़ : राजा जब चोर हो जाता है तो जुएँ-सट्टे वालों से भी ₹ 508 करोड़ का कमीशन खाने लगता है – डॉ रमन सिंह

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पकड़े जाने का डर पहले से था इसलिए ईडी और सीआरपीएफ पर लगा रहे थे आरोप: पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

आज ईडी द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर महादेव एप घोटाले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर लगे 508 करोड़ के आरोप पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राजा जब चोर हो जाता है तो जुएँ-सट्टे वालों से भी ₹508 करोड़ का कमीशन खाने लगता है।

छत्तीसगढ़ की तिजोरी में ड़ाका डाला वो क्या कम था कि प्रदेश के युवाओं को जुएँ-सट्टे की लत लगाने वालों से अपना हिस्सा भी बटोरने लगे दाऊ भूपेश बघेल?

अब समझ आया कि आप ED से इतना क्यों डरते थे क्योंकि आप सिर्फ अपराधियों के संरक्षक नहीं बल्कि खुद में इस जुर्म में शामिल रहे हैं।

साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल को पकड़े जाने का डर पहले से था इसलिए ईडी और सीआरपीएफ पर आरोप लगा रहे थे और ध्यान भटकाकाने तथा पकड़े जाने के बाद के बहाने तैयार कर रहे थे।

विडिओ सौजन्य से ANI

पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पहले से ही लगातार महादेव सट्टा एप के तार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सचिवालय से जुड़ रहे थे और अब तो स्पष्ट हो गया कि इन सब में भूपेश की सीधी सलिप्तता है और यह भी स्पष्ट हो गया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इतना अति आत्मविश्वास क्यों रहता है कि चुनाव जीत जाऊंगा क्योंकि यह तो एक महादेव एप है जहां से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 508 करोड़ की अवैध राशि इकट्ठा की है न जाने ऐसे ही और कितने जगहों से उन्होंने चुनाव को प्रभावित करने के लिए पैसा इकट्ठा किया है।

कोयले से लेकर शराब, पीडीएस, गौठान और गोबर तक का घोटाला करने के बाद भी जूए और सट्टे वालों से भी रिश्वत लेना किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए इससे अधिक शर्म की बात और कुछ नहीं हो सकती और अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को नैतिक रूप से सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं होना चाहिए।

भाजपा की सरकार में हमने जिस छत्तीसगढ़ की पहचान विकास की बनाई उसे 5 साल में ही अपने भ्रष्टाचार और अवैध वसूली से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जुए सट्टे, ED और CD की पहचान में बदल दिया है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शायद हिंदुस्तान के पहले ऐसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री हैं जो कांग्रेसी नेताओं और बड़े अधिकारियों के बच्चों का चयन बड़े पदों पर करवाते हैं और प्रदेश के युवाओं को जुए और सट्टे के दलदल में धकेलकर उनका भविष्य बर्बाद करते हैं उन्हें न छत्तीसगढ़ माफ़ कर सकता है और न ही न्यायालय, यह छत्तीसगढ़ महतारी की कृपा है कि हमारे छत्तीसगढ़ के सामने विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के काले कारनामें सामने आ रहे हैं जिससे प्रदेश की जनता कांग्रेस से सतर्क हो जायेगी और प्रदेश के भविष्य के लिए उचित निर्णय लेगी।

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