भारत सरकार ने डॉ भीमराव अंबेडकर की 125 वीं जयंती के अवसर पर लिया निर्णय :  प्रतिवर्ष 26 नवम्बर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाएगा, किया जाएगा संविधान की प्रस्तावना का पाठन

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, सारंगढ़ बिलाईगढ़

भारत सरकार ने डॉ भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर प्रतिवर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाए जाने का निर्णय लिया है। डॉ अम्बेडकर भारतीय संविधान के प्रारूप निर्माण समिति के अध्यक्ष थे। भारतीय संविधान को 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा में अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित किया गया है।

संविधान दिवस 26 नवंबर को किया जाएगा संविधान की प्रस्तावना का पाठन

सामान्य प्रशासन विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर राज्य के सभी शासकीय कार्यालयों, स्कूलों, महाविद्यालयों के अलावा सभी शासकीय संस्थानों एवं सार्वजनिक उपक्रमों में भारतीय संविधान की प्रस्तावना का पाठन कराने के निर्देश दिए हैं। वर्तमान में आदर्श आचार संहिता प्रभावशील होने के कारण सभी शासकीय संस्थानों एवं सार्वजनिक उपक्रमों के अधिकारी-कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा संविधान की प्रस्तावना का आनलाईन पाठन हेतु निर्मित वेब पोर्टल readpreamble.nic.in को ओपन कर भारतीय संविधान की प्रस्तावना को पढ़े जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा 26 नवंबर को ’भारत लोकतंत्र की जननी’ विषय पर आनलाईन क्वीज़ में शामिल होने हेतु constitutionquiz.nic.in वेब पोर्टल का उपयोग किया जा सकता है। इस आनलाईन क्वीज़ में भारत के सभी नागरिक भाग लेकर प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। जिन स्थानों में कम्प्यूटर, मोबाईल एवं इंटरनेट की सुविधा नही है वहाँ पूर्व की भाँति आफलाईन मोड में संविधान की प्रस्तावना का पाठन करने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान आदर्श आचार संहिता के अंतर्गत जारी किए गए सभी दिशा-निर्देशों का पूर्णतः पालन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।

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