वीरभूमि सोनाखान में मनाया गया शहादत दिवस, शहीद वीर नारायण सिंह को दी गई भावपूर्ण श्रद्धांजलि

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समदर्शी न्यूज़, बलौदाबाजारभाटापारा

बलौदाबाजार : वीरभूमि सोनाखान में रविवार 10 दिसम्बर को शहादत दिवस मनाया गया। इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम में छत्तीसगढ़ के  प्रथम शहीद वीर नारायण सिंह को जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों तथा आदिवासी समाज प्रमुखों द्वारा शहीद स्मारक  स्थित पुष्पांजलि मठ में पुष्प अर्पित कर तथा उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भावपूर्ण श्रद्धाजंलि दी गई। शहादत दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ  मुख्य मंच पर शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा पर माल्यर्पण तथा दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। इसके पाश्चत  शहीद वीर नारायण सिंह के वंशज श्री राजेंद्र सिंह दीवान, श्री कुंजल सिंह दीवान, श्री सुभान सिंह दीवान, श्रीनरेन्द्र सिंह दीवान, श्री राम सिंह दीवान , श्री गजानंद सिंह दीवान, श्रीमती जीरा बाई एवं श्रीमती बाल कुंवर को शाल एवं श्रीफल से सम्मानित किया गया।शहादत दिवस के अवसर पर  सोनाखान में 8 से 10 दिसम्बर तक आयोजित मेले का समापन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए  बिलाईगढ़ विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायक श्रीमती कविता प्राण लहरे  ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में  छत्तीसगढ़ के प्रथम  शहीद वीर नारायण सिंह ने  स्वाभिमान के लिए  अपने प्राणों की आहुति दी है। गरीबों के लिए किये गए काम से उन्हें गरीबो का मसीहा कहा जाता है। उन्होंने कहा कि  समाज मे वैमनस्यता बढ़ने से एक दूसरे से दूरी बढ़ रही है जो ठीक नही है। समाज  एकजुट होता है तभी आगे बढ़ता है। उन्होंने कहा कि सोनाखान की पवित्र भूमि को पर्यटन के क्षेत्र में  नई पहचान दिलाने की आवश्यकता है।

बिलाईगढ़ विधानसभा के पूर्व विधायक डॉ सनम जांगड़े ने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह आम जनता की   सेवा में समर्पित  थे। उन्हें 10 दिसंम्बर 1857 को अंग्रेजों के द्वारा रायपुर में फंसी दे दी गई । शहीद वीर नारायण सिंह अमर हैं। उन्होंने कहा कि सोनाखान  क्षेत्र का तेजी से विकास के लिए राज्य शासन प्रतिबद्ध है।  इस क्षेत्र में कृषि,  सिंचाई एवं  शिक्षा के क्षेत्र में काम होगा। कांकेर विधानसभा के पूर्व विधायक श्री शिशुपाल सिंह सोरी ने कहा कि देश की आजादी में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों में वीर नारायण सिंह का नाम आदिवासी समाज मे श्रद्धा से लिया जाता है। इसीप्रकार देश के कोने- कोने में आदिवासी वीर हुए है जिन्होंने आक्रांताओं से लोहा लिया है। उन्होंने कहा कि शौर्य व गौरव की गाथा जो इन शीहीदों ने लिखा वह अमिट है लेकिन आज आदिवासी समाज की दशा को देखने पर दुःख होता है। पूर्वजो ने जो सम्मान अर्जित किया है उसे कायम रखना होगा। आज पुनः जागृत होकर वीर नारायण सिंह बनने की जरूरत है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शहीद वीर नारायण सिंह के प्रपौत्र श्री राजेन्द्र सिंह दीवान ने शहीद वीर नारायण सिंह की जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डाला।

इस अवसर पर कलेक्टर श्री चंदन कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री दीपक झा, वनमंडलाधिकारी श्री मयंक अग्रवाल, नगर पालिका अध्यक्ष कसडोल श्री यशवर्धन वर्मा जनपद अध्यक्ष कसडोल श्री ऋषि नायक, सरपंच सोनाखान श्रीमती फलित विनय साहू, अपर कलेक्टर श्री वीसी एक्का, एसडीएम गिरौदपुरी श्री अंशुल वर्मा ,सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष श्री बीपीएस नेताम सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी, समाज के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में सामाजिकजन उपस्थित थे। 

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