मिशन 100 प्रतिशत उत्तीर्ण : जिला पंचायत जशपुर सीईओ अभिषेक कुमार ने ली प्राचार्यों की वर्चुअल बैठक, विद्यार्थियों की प्रतिदिन विद्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित करने के दिए निर्देश

मिशन 100 प्रतिशत उत्तीर्ण : जिला पंचायत जशपुर सीईओ अभिषेक कुमार ने ली प्राचार्यों की वर्चुअल बैठक, विद्यार्थियों की प्रतिदिन विद्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित करने के दिए निर्देश

February 23, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़, जशपुर : कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के मार्गदर्शन में शिक्षा की गुणवत्ता उन्नयन के लिए संचालित यशस्वी जशपुर कार्यक्रम के तहत अंतिम चरण में मिशन शत प्रतिशत उत्तीर्ण का क्रियान्वयन और मॉनिटरिंग प्रभावी ढंग से किया जा रहा है।

जिला पंचायत सीईओ अभिषेक कुमार बोर्ड परीक्षा को लेकर काफी गंभीर दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने सभी विद्यालय में चिहांकित कम अच्छे विद्यार्थियों की प्रतिदिन विद्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। उनके द्वारा प्रतिदिन सभी हाई और हायर सेकेंडरी विद्यालयों के प्राचार्यों की ऑनलाइन बैठक लेकर समीक्षा की जा रही है। 

यशस्वी जशपुर कार्यक्रम के तहत् मिशन 100 प्रतिशत उत्तीर्ण का लक्ष्य रखा  गया है। इस बार शत् प्रतिशत बच्चों का बोर्ड परीक्षा परिणाम उत्तीर्ण लाया जाना है। इसके लिए ऐसे चिन्हांकित बच्चों को एक, दो व तीन अंक के सीमित संख्या में अति महत्वपूर्ण प्रश्नों के विषय शिक्षक समझते हुए लिख-लिख कर  अभ्यास करा रहे हैं।  प्रतिदिन इन विद्यार्थियों के परीक्षा के अनुरूप अध्ययन का प्रगति और विषय टीचर के द्वारा विषयवार अध्यापन की मॉनिटरिंग किया जा रहा है।

यशस्वी जशपुर के नोडल अधिकारी विनोद कुमार गुप्ता से प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी  चिन्हाकित विद्यार्थियों के शत् प्रतिशत परीक्षा परिणाम के लिए बोर्ड परीक्षा के ब्लूप्रिंट के आधार पर रणनीति के तहत् कार्य कराया जा रहा है। सभी हाई व हायर सेकेण्डरी विद्यालयों के प्राचार्यों के साथ सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी और यशस्वी जशपुर के संजीव शर्मा, अवनीश पांडेय और संजय दास प्रतिदिन ऑनलाइन बैठक में उपस्थित हो रहे हैं। प्रतिदिन बैठक सायं 6 बजे से 7 बजे के बीच चार-चार विकासखंडों के प्राचार्यों की दो टाइम स्लॉट में ली जा रही है और विद्यार्थियों की प्रगति की समीक्षा की जा रही है। यशस्वी जशपुर कार्यक्रम के तहत प्रत्येक वर्ष एक दो नई गतिविधियों को शामिल कर कार्यक्रम को और भी प्रभावी बनाने का कार्य सतत रूप से किया जाता रहा है।