केंद्र पर चिट्ठी का जवाब न देने वाले भूपेश खुद कांग्रेस के मुख्यमंत्री की चिट्ठी का जवाब नही दे रहे है कांग्रेस इसकी टोपी उसके सर के अलावा कोई काम नही करती : भाजपा

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

रायपुर, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री ओ.पी. चौधरी ने कहा है कि बात-बात पर केंद्र सरकार को चिठ्ठियाँ लिखकर अपने निकम्मेपन पर पर्दा डालने और केंद्र पर उन चिट्ठियों का ज़वाब नहीं देने की तोहमत लगाने के शर्मनाक उपक्रम करते मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आरोपों पर अपनी सफाई प्रदेश को देनी चाहिए। श्री चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल अपने तथाकथित छत्तीसगढ़ मॉडल से मोदी मॉडल को फेल करने के हसीन मुग़ालते में जीने और अपने मुँह मियाँ मिठ्ठू बनने का हास्यास्पद उपक्रम कर बड़बोले मुख्यमंत्री होते जा रहे हैं।

भाजपा प्रदेश मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार पर चिठ्ठियों का ज़वाब तक नहीं देने का हल्ला मचाने वाले मुख्यमंत्री बघेल और प्रदेश कांग्रेस के नेता राजस्थान की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री गहलोत के आरोप और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से की गई शिकायत पर चुप्पी साधे बैठे हैं। मुख्यमंत्री गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष को की गई शिकायत में आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ सरकार से बार-बार अनुरोध करने के बावज़ूद मुख्यमंत्री बघेल ने राजस्थान सरकार को आवंटित कोयला ब्लॉकों में खनन के लिए मंज़ूरी नहीं दी है जिसके कारण राजस्थान के लिए 4340 मेगावाट बिजली उत्पादन ठप हो सकता है और राजस्थान में अंधकार छा जाएगा। श्री चौधरी ने कहा कि बार-बार पत्र लिखने के बाद भी मुख्यमंत्री बघेल ने राजस्थान सरकार को जब खनन की अनुमति नहीं दी, चिट्ठिुयों का ज़वाब नहीं दिया तो मुख्यमंत्री गहलोत ने सीधे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है।

भाजपा प्रदेश मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि कांग्रेस की सरकारें केवल सियासी लफ़्फ़ाजियाँ ही करती हैं। जब अभी हाल ही राजस्थान की कांग्रेस रैली में मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया एक साथ थे तब मुख्यमंत्री गहलोत ने सीधे उसी मंच पर इस बारे में कोई निर्णायक चर्चा क्यों नहीं की? इससे कांग्रेस नेताओं और प्रदेश सरकारों की बदनीयती साफ़ झलकती है। श्री चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल इन दिनों उत्तरप्रदेश में जाकर झूठ का रायता तो फैला ही रहे हैं, छत्तीसगढ़ में भी वह यही काम करने में मशगूल हैं। आत्मप्रचार की भूख इतनी प्रबल हो चली है कि अब मुख्यमंत्री बघेल मोदी मॉडल को फेल कर उत्तरप्रदेश में छत्तीसगढ़ मॉडल की सरकार बनने और 2023 में भाजपा के ख़त्म हो जाने के मुंगेरीलाल की तरह हसीन सपने देखने लगे हैं।श्री ओ पी चौधरी ने सवाल किया कि उप्र में कांग्रेस सत्ता में नहीं आई तो क्या मुख्यमंत्री बघेल यह मान लेंगे कि छत्तीसगढ़ मॉडल फेल हो गया है और तब क्या वह इस्तीफ़ा देंगे?

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