स्वयं को डिप्टी कलेक्टर बताकर धौंस जमाते हुये प्राचार्य के साथ अमर्यादित व्यवहार करने एवं धमकी देकर फरार रहने वाले आरोपी को जिले की सिटी कोतवाली पुलिस ने किया गिरफ्तार, भेजा गया न्यायिक अभिरक्षा में !

स्वयं को डिप्टी कलेक्टर बताकर धौंस जमाते हुये प्राचार्य के साथ अमर्यादित व्यवहार करने एवं धमकी देकर फरार रहने वाले आरोपी को जिले की सिटी कोतवाली पुलिस ने किया गिरफ्तार, भेजा गया न्यायिक अभिरक्षा में !

February 24, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ – जशपुर : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 13 अप्रैल 2023 को सिटी कोतवाली अंतर्गत एक स्कूल की महिला प्राचार्य ने थाना जशपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उक्त दिनांक के लगभग 11:00 बजे अपने विद्यालय में शिक्षकों की मीटिंग ले रही थी, उसी दौरान उसी स्कूल की एक शिक्षिका एवं उसका साथी रवि शंकर मिश्रा विद्यालय के मीटिंग हॉल में आकर जो अपने आपको डिप्टी कलेक्टर होने का परिचय देते हुये किसी बात को लेकर महिला प्राचार्य से विवाद कर अमर्यादित व्यवहार एवं जान से मारने की धमकी दिया। इस कृत्य में रवि शंकर मिश्रा के साथ रही साथी शिक्षिका भी साथ दे रही थी। प्रार्थिया को अनुसूचित जनजाति वर्ग का होना जानते हुये भी आरोपियों के द्वारा उक्त घटना को घटित किया गया। प्रार्थिया की लिखित रिपोर्ट पर दोनों आरोपियों के विरूद्ध थाना जशपुर में धारा 294, 506, 34 भा.द.वि. 3(1)(द) 3(2)(V, क) एससी/एसटी एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। दोनों आरोपी घटना दिनांक से फरार थे।

प्रकरण की विवेचना के दौरान आरोपिया महिला शिक्षिका को दिनांक 18 जनवरी 2024 को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्यवाही की गई है। प्रकरण का दूसरा आरोपी रवि शंकर मिश्रा फरार था, जिसकी लगातार पुलिस टीम के द्वारा उसके सभी संभावित स्थान एवं मूल निवास में दबिश देकर पतासाजी की जा रही थी। मुखबीर एवं सायबर सेल द्वारा उक्त आरोपी के रायपुर में होने की जानकारी मिलने पर तत्काल पुलिस टीम गठित कर रायपुर से उक्त आरोपी को अभिरक्षा में लेकर जशपुर लाया गया। पूछताछ में आरोपी द्वारा उक्त अपराध को घटित करना स्वीकार करने पर आरोपी रवि शंकर मिश्रा उम्र 37 साल निवासी रूकारोड़ सालिनी हॉस्टिपल के पास ओरमांझी जिला रांची (झारखंड) को दिनांक 23 फरवरी 2024 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।

इस प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी की गिरफ्तारी में उप पुलिस अधीक्षक श्री चंद्रशेखर परमा, निरीक्षक रविशंकर तिवारी, हायक निरीक्षक दिलबंधन भगत, आरक्षक 217 बसंत खुटिया, आरक्षक श्रीराम का सराहनीय योगदान रहा है।