लक्ज़री कार से अवैध मादक पदार्थ गांजा की तस्करी करने वाले फरार गांजा तस्कर को पकड़ने में सरगुजा पुलिस को मिली सफलता : प्रकरण में 85 किलो 510 ग्राम अवैध मादक पदार्थ गांजा कुल कीमत लगभग 16 लाख 40 हजार रुपये एवं घटना में प्रयुक्त कार की गई थी बरामद.
March 7, 2024थाना कोतवाली पुलिस टीम एवं साइबर सेल की सक्रियता से गिरफ्तार किया गया आरोपी, घटना दिनांक से आरोपी चल रहा था फरार, मामले में पूर्व में भी एक आरोपी को किया गया था गिरफ्तार।
आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 575/23 धारा 20(सी) एन.डी.पी.एस. एक्ट का अपराध किया गया था पंजीबद्ध.
समदर्शी न्यूज़ – अंबिकापुर : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार हैं कि थाना कोतवाली पुलिस टीम को दिनांक 07 सितंबर 23 को मुखबीर से सुचना प्राप्त हुई थी कि एक लक्ज़री वाहन/कार में 02 संदिग्ध व्यक्ति भारी मात्र में अवैध मादक पदार्थ गांजा रखकर शहर में खपाने हेतु ला रहे हैं। सूचना पर पुलिस टीम द्वारा दरिमा मोड़ के पास पुलिस टीम तैनात कर संदिग्ध कार की निगरानी की जा रही थी। इस बीच संदिग्ध लक्ज़री कार में बैठे दोनों आरोपी पुलिस टीम की भनक पाकर बीच रास्ते में ही कार को छोड़कर झाड़ियों का सहारा लेकर मौक़े से फरार हो गए थे।
पुलिस टीम द्वारा कार की जाँच करने ओर कुल 85 किलो 510 ग्राम अवैध मादक पदार्थ गांजा कुल कीमत लगभग 16 लाख 40 हजार रुपये का बरामद किया गया था। मामले में पुलिस टीम द्वारा अपराध क्रमांक 575/23 धारा 20(सी) एन.डी.पी.एस. एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।
जांच विवेचना के दौरान थाना कोतवाली पुलिस टीम द्वारा दिनांक 22 सितंबर 23 को मामले में पूर्व में फरार आरोपी टिकेश्वर यादव उम्र 26 वर्ष साकिन सिहार धार लैलूंगा जिला रायगढ़ की गिरफ़्तारी की गई थी एवं 01 अन्य आरोपी घटना दिनांक से फरार चल रहा था। फरार आरोपी के सम्बन्ध में तकनिकी जानकारी कर मामले के आरोपी की घेराबंदी कर पकड़कर पूछताछ किया गया, आरोपी द्वारा अपना नाम रोहित यादव उम्र 30 वर्ष साकिन जामझोर चौकी कोतबा, थाना बागबहार जिला जशपुर का होना बताया गया। आरोपी से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ करने पर घटना कारित करना स्वीकार किया गया। आरोपी के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में सहायक उपनिरीक्षक कृष्ण कुमार यादव, आरक्षक दीनदयाल सिंह, आरक्षक रुपेश महंत शामिल रहे हैं।