मोटर सायकल चोरी के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, भेजा गया न्यायिक रिमांड पर !
March 12, 2024आरोपी सरजू श्रीवास से मोटर सायकल एचएफ डिलक्स क्रमांक – CG 10 AQ 0132 बरामद.
आरोपी सरजू श्रीवास के विरूद्ध थाना तारबहार व सिरगिटटी में चोरी व छेड़खानी का पूर्व अपराधिक रिकार्ड है दर्ज.
आरोपी सरजू श्रीवास उर्फ बटाला पिता रामआश्रित उम्र 40 वर्ष, निवासी घुटकू बंधवापारा थाना कोनी, जिला बिलासपुर(छ.ग.)के विरूद्ध थाना-कोनी में अपराध क्रमांक- 90/2024 धारा-379 भादवि पंजीबद्ध.
समदर्शी न्यूज़ – बिलासपुर : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी सुमित कुमार कैवर्त पिता रामकुमार कैवर्त उम्र 30 वर्ष साकिन निरतू, थाना कोनी, जिला बिलासपुर दिनांक-10 मार्च 2024 को थाना उपस्थित आकर मौखिक रिपोर्ट दर्ज कराया था कि रात्रि करीबन 22:00 बजे से 23:55 बजे के मध्य कोई अज्ञात व्यक्ति ग्राम निरतू, स्कुल के पास से इसके मोटर सायकल एचएफ क्रमांक-CG 10 AQ 0132 कीमत 35,000/- रुपये को चोरी कर ले गया है। जिसकी रिपोर्ट पर थाना कोनी में अपराध क्रमांक-90/2024 धारा-379 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना और आरोपी की पातासाजी की गई।
चोरी गये मोटर सायकल की पतासाजी की जा रही थी, पतासाजी के दौरान मुखबिर से सूचना मिला कि एक व्यक्ति ग्राम निरतू में उक्त मोटर सायकल में घुम रहा है, जिसकी गतिविधि संदिग्ध है। जिसकी सूचना पर थाना कोनी पुलिस टीम हमराह स्टॉफ के रवाना होकर संदेही सरजू श्रीवास उर्फ बटाला पिता रामआश्रित श्रीवास को पकड़कर थाना लाया गया। संदेही का गवाहों के समक्ष पूछताछ कर मेमोरेण्डम कथन लिया गया, जो चोरी करना स्वीकार किया तथा आरोपी सरजू श्रीवास उर्फ बटाला पिता रामआश्रित उम्र 40 वर्ष, निवासी घुटकू बंधवापारा थाना कोनी, जिला बिलासपुर(छ.ग.) के कब्जे से चोरी गये मोटर सायकल क्रमांक- CG 10 AQ 0132 कीमत 35,000/- रुपये को जप्त किया गया। आरोपी सरजू श्रीवास उर्फ बटाला पिता रामआश्रित उम्र 40 वर्ष, निवासी घुटकू बंधवापारा थाना कोनी, जिला बिलासपुर(छ.ग.) के विरुद्ध अपराध सबूत मिलने पर धारा 379 आईपीसी में विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
इस प्रकरण की कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक गोपाल सतपथी, सहायक उपनिरीक्षक संतोष पात्रे, प्रधान आरक्षक रामशंकर पैकरा, आरक्षक महादेव कुजूर, आरक्षक सूरज कुर्रे, आरक्षक अमित यादव, आरक्षक तीजराम साव, आरक्षक रमेश टंडन का सराहनीय योगदान रहा है।