खुद को साबित करने के लिए अपने क्षेत्र में बेहतर काम करें, अपने कार्य क्षेत्र में 100 प्रतिशत देकर बच्चों का भविष्य बेहतर बनायें – प्राचार्य एमजेडयू सिद्दीकी

खुद को साबित करने के लिए अपने क्षेत्र में बेहतर काम करें, अपने कार्य क्षेत्र में 100 प्रतिशत देकर बच्चों का भविष्य बेहतर बनायें – प्राचार्य एमजेडयू सिद्दीकी

March 15, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़, जशपुर : जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जशपुर में वर्तमान में नवनियुक्त शिक्षकों का अधिस्थापन प्रशिक्षण चल रहा है। यह प्रशिक्षण का प्रथम चरण है। जो की 18 मार्च तक चलेगा।प्रशिक्षण के द्वितीय दिन डायट प्राचार्य के रूप में एम जेड यू सिद्दीकी ने शिक्षकों के उत्साहवर्धन हेतु उद्बोधन दिया ।

प्राचार्य एमजेडयू सिद्दीकी ने कहा कि आपको अपने पुराने शिक्षकों से अच्छी चीजे ग्रहण करने की जरूरत है। यदि आप अपने आप को साबित करना चाहते हैं तो आपको बेहतर कार्य अपने कार्य क्षेत्र में करना होगा। और जिस क्षेत्र में आप हैं उसमें आपको अपना 100 परसेंट देना होगा। इसके लिए आप बच्चों को छोटे-छोटे पुरस्कार देकर प्रोत्साहित कर सकते हैं इससे बच्चों में ऊर्जा का संचार होगा और सभी बच्चे बेहतर करने का प्रयास करेंगे और आप अपने स्कूल को एक अलग ऊंचाइयों पर ले जा पाएंगे।

प्राचार्य श्री सिद्दीकी  के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में पहले भी अभूतपूर्व कार्य किया जा चुका है शिक्षकों के उत्साह वर्धन हेतु उन्होंने कुछ शिक्षकों के द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख अपने उद्बोधन में किया जिसमें प्रधानमंत्री जी के मन के बात में उल्लेखित मोटरसाइकिल गुरुजी और तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के ट्वीट में शामिल बघिमा और नीमगांव स्कूलों की चर्चा भी की,किस तरह उनके स्कूलों में शिक्षकों द्वारा उल्लेखनीय कार्य किया गया। यह प्रशिक्षण 6 चरणों में होने वाला है। प्रथम चरण में  एनसीईआरटी रायपुर से मास्टर ट्रेनर के रूप में दीपेश पुरोहित ,राजकुमार जलतारे ,चेतन कुमार पटेल ,मनीष मिश्रा और जानकी साहू का आगमन हुआ है। उनके साथ जिला में प्रशिक्षण देने के लिए चुने गए मास्टर

 ट्रेनर शंकर राम यादव, अनिल मिश्रा, सीमा गुप्ता, मुकेश कुमार और निकिता नामदेव भी हैं ।जिनके द्वारा बाकी के पांच चरणों में नवनियुक्त शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।इस  अधिस्थापन प्रशिक्षण के प्रकोष्ठ प्रभारी विनोद कुमार पैंकरा है। इस छह चरणों में चलने वाले प्रशिक्षण का समापन 15 अप्रैल को होगा।