सरगुजा पुलिस द्वारा ‘ऑपरेशन विश्वास’ के अंतर्गत प्रकरण के आरोपियों की धरपकड़ एवं गिरफ्तारी जारी : पिता की घर के अन्दर रखी मोटर सायकिल को आग के हवाले करने वाला आरोपी पुत्र हुआ गिरफ्तार, न्यायिक अभिरक्षा में किया गया है जेल दाखिल !
April 2, 2024अग्नि/विस्फोटक पदार्थ द्वारा रिष्टी (नष्ट) के प्रकरण में एक आरोपी गिरफ्तार, आरोपी पुत्र द्वारा प्रार्थी पिता को अश्लील गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी देकर घटना को दिया गया अंजाम.
पारिवारिक विवाद के कारण आरोपी द्वारा आवेश में आकर घटना को दिया गया अंजाम, चौकी रघुनाथपुर पुलिस द्वारा मामले में की गई कड़ी कार्यवाही.
समदर्शी न्यूज़ – अम्बिकापुर : सरगुजा पुलिस द्वारा ‘ऑपरेशन विश्वास’ के अंतर्गत प्रकरण के आरोपियों की धरपकड़ एवं गिरफ्तारी की कार्यवाही व लगातार व तेजी से की जा रही है। इसी क्रम में चौकी रघुनाथपुर पुलिस द्वारा अग्नि/विस्फोटक पदार्थ द्वारा रिष्टी (नष्ट) करने के मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी की गई है एवं आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिल किया गया है।
प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार है, कि दिनांक 02 अप्रैल 2024 को प्रार्थी कलम साय एक्का पिता सोमारू एक्का, उम्र 45 वर्ष, निवासी दर्रीडीह, चौकी रघुनाथपुर द्वारा इस आशय का रिपोर्ट दर्ज कराया गया कि वह अपने घर में रहकर खेती-किसानी का काम करता है। तथा वह अपने पुत्र समीर को शादी के बाद अपने से अलग कर दिया है, जिसकी 03 संतान हैं। दिनांक 02 अप्रैल 2024 की रात्रि करीब 00.30 बजे उसका पुत्र समीर बोला कि मुझे अपने से अलग कर दिये हो, मेरा ध्यान नहीं देते हो और न ही मेरा सहयोग करते हो। इस प्रकार आरोपी समीर आवेश में आकर प्रार्थी को अश्लील गाली-गलौज करने व जान से मारने की धमकी देते हुए घर के दरवाजे को टांगी से काट दिया और ताला को तोड़ दिया। फिर टांगी लेकर प्रार्थी को दौड़ाने पर वह भाग गया। आरोपी द्वारा घर के अन्दर रखे प्रार्थी का मोटर सायकिल एचएफ डीलक्स क्रमांक सीजी 15 डीडब्ल्यु 2814 को जला दिया, जिससे घर में भी आग लग गया। जिस पर से सदर धारा 294, 506, 427, 436 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
मामला पंजीबद्ध होने के उपरांत आरोपी समीर एक्का, उम्र 23 वर्ष, निवासी दर्रीडीह, चौकी रघुनाथपुर, जिला सरगुजा को पकड़कर पुलिस हिरासत में लिया गया, जिससे पूछताछ करने पर जुर्म करना स्वीकार किया। एवं विवेचना में गवाहों के कथन, घटना स्थल निरीक्षण इत्यादि से घटना कारित होना पाया गया। जिसे गिरफ्तार कर रिमाण्ड पर भेजा गया है।
इस प्रकरण की कार्यवाही में चौकी रघुनाथपुर से प्रधान आरक्षक संजय नागेश, आरक्षक राकेश एक्का, आरक्षक अरविंद तिवारी, आरक्षक मकरध्वज पैंकरा इत्यादि की भूमिका महत्वपूर्ण रही है।