हत्या को बताया गया था रोड़ एक्सीडेंट…विवेचना में खुला हत्या का रहस्य, पिता के हत्यारे पुत्र को थाना जयनगर पुलिस ने किया गिरफ्तार, की गई वैधानिक कार्यवाही.
April 8, 2024आरोपी मनोज सिंह पिता स्व. राजेन्द्र सिंह उम्र 23 वर्ष निवासी ग्राम पहाड़गांव, थाना जयनगर के विरुद्ध धारा 302, 201, 506 भादवि के अंतर्गत अपराध किया गया पंजीबद्ध.
समदर्शी न्यूज़ – सूरजपुर : दिनांक 08 अप्रैल 2024 को थाना लखनपुर से मृतक राजेन्द्र सिंह पिता स्व. मोहरसाय उम्र 60 वर्ष निवासी ग्राम पहाड़गांव सतीपारा, थाना जयनगर की मर्ग डायरी प्राप्त हुआ, जिसमें मृतक की मृत्यु रोड़ एक्सीडेंट से होना लेख किया गया था। मामले की जांच के दौरान मृतक के परिजनों द्वारा मृतक के मृत्यु पर संदेह व्यक्त किया गया।
प्रकरण की सूचना पर उप पुलिस महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर एम.आर.आहिरे (भा.पु.से.) ने मामले की गंभीरतापूर्वक सूक्ष्मता से जांच करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी सूरजपुर नंदिनी ठाकुर के मार्गदर्शन में बारीकी से जांच के दौरान पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि दिनांक 04 अप्रैल 2024 को रात में मृतक का झगड़ा विवाद उसके मझले पुत्र मनोज सिंह से हुआ है, जिसके बाद मनोज सिंह को पकड़ा गया। सूक्ष्मता से पूछताछ पर उसने बताया कि दिनांक 04 अप्रैल 24 के रात 7:00 से 8:00 बजे के मध्य मृतक राजेन्द्र सिंह (पिता) द्वारा मनोज से बिना पूछे बैल बेचने की बात को लेकर नाराज होकर लोहे के रॉड से अपने पिता के सिर में वार कर मारपीट करना तथा ईलाज हेतु अम्बिकापुर लेकर जाना एवं डॉक्टर द्वारा रेफर करने पर एम्बुलेंस से रायपुर लेकर जाने के दौरान लखनपुर के पास पिता का स्वास्थ्य बिगड़ने पर लखनपुर अस्पताल में लेकर जाने पर डॉक्टर द्वारा राजेन्द्र सिंह को मृत घोषित करने पर अपने बचाव व पुलिस को गुमराह करने की नियत से रोड़ से एक्सीडेंट से मृत्यु होने की झूठी रिपोर्ट थाना लखनपुर में करना बताते हुए अपराध करना स्वीकार किया। मामले में धारा 302, 201, 506 भादवि के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया। आरोपी मनोज सिंह पिता स्व. राजेन्द्र सिंह उम्र 23 वर्ष निवासी ग्राम पहाड़गांव, थाना जयनगर के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त लोहे का रॉड जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
इस प्रकरण की कार्यवाही में थाना प्रभारी जयनगर परिवीक्षाधीन डीएसपी स्निग्धा सलामे, एएसआई प्रवीण राठौर, प्रधान आरक्षक रजिन्दर एक्का, प्रधान आरक्षक महेन्द्र सिंह, प्रधान आरक्षक संतोष वर्मा, आरक्षक विकास मिश्रा, आरक्षक सोनू सिंह, आरक्षक सुरेश तिवारी, आरक्षक अविनाश कुजूर व आरक्षक राजीव गवेल सक्रिय रहे हैं।