शादी का झांसा देकर जबरन अनाचार करने के मामले में आरोपी को किया गया गिरफ्तार, कार्यवाही के उपरांत रिमांड तैयार कर न्यायालय के समक्ष किया गया प्रस्तुत.
April 26, 2024सरगुजा पुलिस द्वारा जारी अभियान ‘ऑपरेशन विश्वास’ के अंतर्गत थाना कोतवाली पुलिस टीम द्वारा मामले में आरोपी के विरुद्ध की गई कड़ी वैधानिक कार्यवाही.
आरोपी के विरूद्ध थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 262/24 धारा 376 (2) (एन) भादवि का अपराध पंजीबद्ध.
महिला सम्बन्धी अपराधों में सम्मिलित आरोपियों के विरुद्ध सरगुजा पुलिस द्वारा की जा रही लगातार कड़ी कार्यवाही.
समदर्शी न्यूज़ – अंबिकापुर : सरगुजा पुलिस द्वारा जारी अभियान ‘ऑपरेशन विश्वास’ के अंतर्गत आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त संदेहियों/आरोपियों पर लगातार सख़्ती से कार्यवाही की जा रही हैं। इसी संदर्भ में प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार हैं कि प्रार्थिया द्वारा दिनांक 25 अप्रैल 2024 को थाना कोतवाली आकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि प्रार्थिया की जान पहचान वर्ष 2022 में नमनाकला निवासी श्रीप्रसाद गिरी उर्फ़ शिवा से हुई थी, जान-पहचान के बाद आरोपी श्रीप्रसाद गिरी उर्फ़ शिवा प्रार्थिया को अपने साथ रखने की बात बोलकर शादी करने का झांसा देकर माह सितम्बर 2022 और जून 2023 में अपने किराये के रूम में रखकर प्रार्थिया के साथ जबरन अनाचार किया है और अब श्रीप्रसाद गिरी उर्फ़ शिवा प्रार्थिया से शादी करने से इंकार कर रहा हैं। मामले में प्रार्थिया के रिपोर्ट पर थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 262/24 धारा 376 (2) (एन) भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान पुलिस टीम द्वारा मामले के आरोपी की पता तलाश की जा रही थी, पुलिस टीम के सतत प्रयास से मामले के आरोपी की घेराबंदी कर पकड़कर पूछताछ किया गया। आरोपी द्वारा अपना नाम श्रीप्रसाद गिरी उर्फ़ शिवा उम्र 46 वर्ष साकिन खोपा चौकी करंजी थाना बिश्रामपुर हाल मुकाम नमनाकला अम्बिकापुर का होना बताया गया, आरोपी से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ किये जाने पर अपराध घटित किया जाना स्वीकार किया गया। आरोपी के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से गिरफ्तार कर रिमांड तैयार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया है।
इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना कोतवाली से उपनिरीक्षक सुनीता भारद्वाज, महिला आरक्षक सरस्वती सिंह, आरक्षक उपेंद्र सिंह, आरक्षक विवेक राय, आरक्षक प्रदीप सिंह, आरक्षक संजय कुजूर सम्मिलित रहे।