नाबालिग को शादी का झांसा देकर जबरन दुष्कर्म करने के मामले में आरोपी को चंद घंटे में किया गया गिरफ्तार, कार्यवाही कर भेजा गया न्यायिक अभिरक्षा में.
May 26, 2024आरोपी के विरुद्ध थाना लुन्ड्रा में अपराध क्रमांक 139/24 धारा 363, 366 (क) 376 (2) (ढ), 313 भा.द.वि., पोक्सो एक्ट की धारा 4, 6 का अपराध पंजीबद्ध.
थाना लुन्ड्रा पुलिस टीम द्वारा मामले में आरोपी के विरुद्ध की गई कड़ी वैधानिक कार्यवाही.
सरगुजा पुलिस द्वारा जारी अभियान ‘ऑपरेशन विश्वास’ के अंतर्गत नाबालिग बालिकाओं सम्बन्धी गंभीर अपराधों में सरगुजा पुलिस द्वारा आरोपियों के विरुद्ध की जा रही कड़ी कार्यवाही.
समदर्शी न्यूज़ – अंबिकापुर : सरगुजा पुलिस द्वारा जारी अभियान ‘ऑपरेशन विश्वास’ के अंतर्गत गंभीर अपराधों में संलिप्त संदेहियों/आरोपियों की लगातार धरपकड़ की जा रही हैं। इसी क्रम में प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार हैं कि प्रार्थिया द्वारा दिनांक 23 मई 2024 को थाना लुन्ड्रा आकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि ग्राम ससौली छिरोपारा निवासी लक्ष्मीकान्त मरावी से बातचीत के दौरान प्रार्थिया की जान पहचान हुई थी, घटना दिनांक 14 फरवरी 2021 को लक्ष्मीकान्त मरावी प्रार्थिया को शादी करने की बात बोलकर झांसे में लेकर बहला-फुसला कर ले जाकर जबरन दुष्कर्म किया हैं एवं घटना दिनांक के पश्चात दिनांक 14 मई 2024 तक अन्यत्र-अन्यत्र जगह ले जाकर लगातार दुष्कर्म की घटना कारित किया गया हैं और अब आरोपी लक्ष्मीकान्त मरावी शादी करने से इंकार कर रहा हैं। मामले में प्रार्थिया की रिपोर्ट पर थाना लुन्ड्रा में अपराध क्रमांक 139/24 धारा 363, 366 (क) 376 (2) (ढ), 313 भा.द.वि., पोक्सो एक्ट की धारा 4, 6 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान पुलिस टीम द्वारा मामले के आरोपी का पता तलाश किया जा रहा था, पुलिस टीम के सतत प्रयास से मामले के आरोपी की घेराबंदी कर पकड़कर पूछताछ किया गया। आरोपी द्वारा अपना नाम लक्ष्मीकान्त मरावी उम्र 19 वर्ष साकिन ससौली छिरोपारा थाना लुन्ड्रा जिला सरगुजा का होना बताया गया, आरोपी से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ किये जाने पर अपराध घटित किया जाना स्वीकार किया गया। आरोपी के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया हैं। इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी लुन्ड्रा उपनिरीक्षक सम्पत पोटाई, जितेंद्र कुमार, मानिक राम, सत्यनारायण पाल, आरक्षक हेमंत लकड़ा, आरक्षक वीरेंद्र खलखो, सैनिक फुलेश्वर प्रजापति शामिल रहे।