भूपेश बघेल की गांधीगिरी की पोल खोल रहा है उनका दुर्ग – भाजपा
December 31, 2021अपना घर सम्हल नहीं रहा, नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने चले हैं, पूरे राज्य में अपराधों की बाढ़, फिर भी ओढ़ रहे हैं शेर की खाल
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,
रायपुर, छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के गृह जिले दुर्ग में बढ़े अपराध का हवाला देते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि दुर्ग जिला भूपेश बघेल की गांधीगिरी की पोल खोल रहा है।मुख्यमंत्री के गृह जिले में ही अपराधों की बाढ़ आ गई है। जिले में पिछले साल के मुकाबले करीब 1100 मामले बढ़े हैं। यह है भूपेश बघेल का प्रगति पत्रक कि वे कैसी गुड गवर्नेंस चला रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के गृह जिले में ही कानून व्यवस्था दम तोड़ रही है। जनता को चोर, उचक्कों, उठाईगीरों, लुटेरों, दुष्कर्मियों, हत्यारो, माफियाओं के रहमोकरम पर छोड़ दिया गया है। भूपेश बघेल कानून का राज चलने की दुहाई देते हैं और उनके अपने जिले में ही जंगल राज चल रहा है। जो मुख्यमंत्री अपना घर नहीं सम्हाल पा रहे, वे नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने का अभिनय करते हैं। यह कहें कि सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक पाखंड कर रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि हम पुष्ट आंकड़ों के आधार पर कह रहे हैं कि भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ को अपराधगढ़ में तब्दील कर दिया है। राज्य में लगातार बढ़ते अपराधों के संदर्भ में हमने जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करते हुए सरकार को बार बार चेताया है लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की यह मंशा ही नहीं है कि राज्य में जनता निर्भय होकर जी सके। भूपेश बघेल भय और भ्रष्टाचार का राज चला रहे हैं। माफिया को संरक्षण मिलने से ही कई तरह के अपराधों में इजाफा हो रहा है। पूरे प्रदेश में क्या स्थिति है, इसका अंदाज मुख्यमंत्री के जिले से ही लग रहा है। मुख्यमंत्री ने बढ़ते अपराधों पर विपक्ष के हमले से बचने के लिए राज्य का पुलिस प्रमुख बदल दिया। अब वे बतायें कि हालात जस के तस क्यों हैं? दरअसल पुलिस को कमजोर कर दिया गया है। उसके कामकाज में राजनीतिक दाखिल इस हद तक हो रहा है कि पुलिस कांग्रेसियों के इशारे पर नाच रही है। उसका मनोबल सत्ता की जेब में है। पुलिस अपना काम कर ही नहीं पा रही। इसलिए छत्तीसगढ़ में जब तक यह सरकार है, हर माह भी पुलिस प्रमुख या पुलिस कप्तान बदल लें, स्थिति में कोई सुधार नहीं होने वाला।