भूपेश बघेल द्वारा लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखने पर बोले भरत वर्मा – भूपेश बघेल का पद चला गया लेकिन चिट्ठी लिखने की आदत नहीं गई

भूपेश बघेल द्वारा लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखने पर बोले भरत वर्मा – भूपेश बघेल का पद चला गया लेकिन चिट्ठी लिखने की आदत नहीं गई

July 4, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़, रायपुर : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री भरतलाल वर्मा ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को झूठी चिठ्ठियाँ लिखने की आदत पड़ी हुई है। श्री वर्मा ने कहा कि जब वह मुख्यमंत्री थे, तब भी बार-बार चिट्ठी लिखकर झूठी और फालतू बातें करते थे और अब जब वे मुख्यमंत्री नहीं हैं, तब मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए चिठ्ठी लिख रहे हैं।

भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री वर्मा ने कहा कि बघेल ने लोकसभा स्पीकर को अभी चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने भाजपा सांसद संतोष पांडेय के महादेव एप को लेकर लोकसभा में कही गई बातों को विलोपित करने की मांग की है। चिठ्ठी लिखने से पहले बघेल द्वारा भाजपा सांसद के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की दी गई धमकी को हास्यास्पद और कोरी गीदड़भभकी बताते हुए श्री वर्मा ने कहा कि बघेल को इतना सामान्य ज्ञान तो होगा कि संसद के भीतर कहे गये किसी भाषण के लिये बाहर कार्रवाई नहीं हो सकती। भाजपा सांसद श्री पांडेय ने संसद में किसी का नाम तो नहीं लिया है, और पूर्व मुख्यमंत्री तो कांग्रेस के भी और भी रहे हैं, तो बघेल क्यों बिफर रहे हैं?  न केवल महादेव एप, बल्कि शराब समेत अन्य तमाम घोटाले में किंगपिन किसे कहा गया है, पॉलिटिकल मास्टर कौन है, यह किसी से छिपा नहीं है। श्री वर्मा ने कहा कि घोटालेबाज जो हैं, उनके बारे में विषय उठाने बहुत जरूरी हैं, छत्तीसगढ़ की जनता के हित में है। और बघेल अब जो यह नया प्रपंच रच रहे हैं, उस पाखंड की कोई उम्र नहीं रहेगी।

भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री वर्मा ने कहा कि भूपेश बघेल पहले यह बताएं कि वह इतनी चिठ्ठियाँ लिखते हैं, तो कभी किसी चिठ्ठी का जवाब क्यों नहीं देते? उनके कार्यकर्ता उनको चिठ्ठियाँ लिख रहे हैं, उनके लोगों के ऊपर संगठन में भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं और कई कार्यकर्ता उनके ऊपर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। कई चिठ्ठियाँ और लिखी जा रही हैं जिनमें भूपेश बघेल को हार का जिम्मेदार बताया जा रहा है। श्री वर्मा ने सवाल किया कि बघेल इसका जवाब क्यों नहीं देते? भूपेश बघेल केवल एक तरफा काम क्यों करते हैं?