महिला के साथ सामूहिक बलात्कार करने वाले तीन आरोपी 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार, वारदात में प्रयुक्त कार जप्त.
August 9, 2024आरोपियों के विरूद्ध थाना – मस्तुरी जिला बिलासपुर में अपराध क्रमांक 377/2024 धारा- 70 (1) बीएनएस पंजीबद्ध.
गिरफ्तार आरोपियों का नाम – 01. यजुवेन्द्र सिंह चंदेल पिता बनमाली चंदेल उम्र 41 साल, 02. प्रमोद सिंह चंदेल पिता कृष्ण कुमार चंदेल उम्र 50 साल, 03. अखिलेश सिंह पिता नरेन्द्र पाल सिद्ध उम्र 47 साल तीनों साकिनान रिस्दा थाना मस्तुरी जिला बिलासपुर छ.ग.
समदर्शी न्यूज़ बिलासपुर, 09 अगस्त 2024 / प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थिया दिनाक 08 अगस्त 2024 को थाना उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि दिनांक 07 अगस्त 2024 को शाम को 05:00 बजे के आस-पास अपने घर लाल खदान से डिघोरा जाने के लिए बस का इतजार करते हुए दर्रीघाट में खड़ी थी, उसी समय यजुवेन्द्र सिंह का फोन आया और बोला कि मेरे साथ चलना हैं तो मैं बोली ठीक है और प्रमोद चंदेल अपनी सफेद कलर के कार में आया, जिसमें मुझे बैठने बोला, कार में दो व्यक्ति थे एक प्रमोद दूसरा उसका दोस्त यजवेन्द्र था।
ये लोग मेरे से बात-चीत करते हुए मुझे ग्राम रिस्दा मंडी के पास ले गये और वहां पर स्थित एक कमरे में शाम करीबन 07:00 बजे बारी-बारी से मेरे साथ दोनों कमरे में बलात्कार किये हैं कुछ देर बाद अखिलेश सिंह आया वो भी मेरे साथ बलात्कार किया, मेरे बार-बार मना करने के बाद भी तीनों लोग सामूहिक रूप से बलात्कार किये हैं।
प्रार्थिया की रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। मामले की गंभीरता को देखते पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री रजनेश सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीमती अर्चना झा एवं उप पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) श्री उदयन बेहरा के दिशा निर्देश पर आरोपी यजुवेन्द्र सिंह चंदेल, प्रमोद सिंह चंदेल, अखिलेश सिंह को उनके सकुनत पर दबिश देकर हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। आरोपियों द्वारा दिनांक घटना को अपराध घटित करना स्वीकार किया गया। आरोपियों द्वारा घटना में प्रयुक्त कार को पेश करने पर जप्त किया गया। आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर आज दिनांक 09 अगस्त 2024 को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।
इस प्रकरण की कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक अवनीश पासवान, सहायक उपनिरीक्षक शिव चन्द्रा, राजेश सिंह, ममता दुबे, आरक्षक शिवधन बंजारे, आरक्षक मिथलेश सोनवानी, आरक्षक शशीकरण कुरै, महिला आरक्षक चंदा यादव, महिला आरक्षक अनामिका नेताम का विशेष योगदान रहा है।