JASHPUR CRIME : फरसाबहार में जियो टावर से चोरी कर सामान की बिक्री करने वाला आरोपी विदिशा से गिरफ्तार… भेजा गया न्यायिक अभिरक्षा में.
November 15, 2024चोरी के फरार आरोपी भुपेन्द्र डांगी को विदिशा (म.प्र.) से पकड़कर लाई जशपुर पुलिस, आरोपी जियो टॉवर में लगे विभिन्न सामान की चोरी कर कबाड़ियों को कर दिया करता था बिक्री,
आरोपी से चोरी का कुछ सामान को पूर्व में किया जा चुका है जप्त,
थाना फरसाबहार में आरोपी भुपेन्द्र डांगी उम्र 31 साल निवासी किशनौदा थाना गंजबासौदा जिला विदिशा (म.प्र.) के विरूद्ध अपराध क्रमांक 17/23 धारा 379 भा.द.वि. का अपराध दर्ज.
जशपुर. प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार है कि टेक्नोक्रेटस प्रा.लि. कंपनी के मैनेजर विकास पाठक उम्र 40 साल निवासी धमतरी ने दिनांक 30 मार्च 2023 को थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि फरसाबहार ब्लॉक क्षेत्र के गांव में लगे जियो टावर का देख-रेख हेतु टैक्नीशियन भुपेन्द्र डांगी को रखा गया था। भुपेन्द्र डांगी के द्वारा जियो टॉवर में लगे विभिन्न सामानों की चोरी कर बिक्री कर देता है। इस रिपोर्ट पर आरोपी के विरूद्ध थाना फरसाबहार में धारा 379 भा.द.वि. का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान आरोपी टेक्नीशियन भुपेन्द्र डांगी के किराये के मकान फरसाबहार से वीजन बैटरी 01 नग, इमर्सन कंट्रोलर 05 नग, सैडमेक जीसीयू 01 नग, जंक्षन बॉक्स 01 नग, रैक्टीफायर इमर्सन 01 नग, बैटरी चार्जर 03 नग को पूर्व में जप्त किया जा चुका है। प्रकरण का आरोपी भुपेन्द्र डांगी लंबे समय से फरार था, उसकी गिरफ्तारी हेतु पतासाजी की जा रही थी।
विवेचना के दौरान सायबर सेल एवं मुखबीर से आरोपी भुपेन्द्र डांगी के गृह ग्राम विदिशा जिला में मौजूद होने की जानकारी मिलने पर तत्काल पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह द्वारा उपनिरीक्षक विवेक कुमार भगत के नेतृत्व में एक टीम गठित कर विदिशा जिला के लिये रवाना किया गया। पुलिस टीम द्वारा आरोपी के निवास जाकर घेराबंदी कर दबिश देकर उसे अभिरक्षा में लेकर थाना फरसाबहार लाया गया। आरोपी भुपेन्द्र डांगी से चोरी का अन्य सामान के संबंध में पूछताछ करने पर घूम-घूमकर कबाड़ बेचने वालों के पास विक्रय कर देना बताया, कबाड़ वालों को नहीं पहचानना बताया है। आरोपी के विरूद्ध पर्याप्त अपराध सबूत पाये जाने पर उसे दिनांक 13 नवंबर 2024 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी की गिरफ्तारी में उपनिरीक्षक विवेक भगत, सहायक उपनिरीक्षक शांतिप्रमोद टोप्पो एवं सायबर सेल से प्रधान आरक्षक 107 अनंत मिराज किस्पोट्टा, आरक्षक 227 सुभाष चंद्र बोस का योगदान रहा है।