घर में घुस कर उत्पात मचाने और मारपीट करने वाले आरोपियों के विरूद्ध पुलिस ने की कार्यवाही : आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल… की जा रहीअन्य फरार आरोपियों की तलाश.
November 18, 2024रायगढ़. जूटमिल थाना क्षेत्र में आरटीओ कर्मचारी के घर में घुस कर उत्पात मचाने और मारपीट करने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्यवाही की है। जूटमिल पुलिस ने इस घटना में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, बाकी फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है। मामला 16 नवंबर 2024 की रात का है, जब पुनुराम लहरे (54 वर्ष) अपने परिवार के साथ खाना खाकर सो रहे थे। रात करीब 11:30 बजे घर के मुख्य गेट पर जोर-जोर से धक्का मारने और शराब की बोतल टूटने की आवाज सुनाई दी। बाहर जाने पर उन्होंने चार युवकों को देखा, जिनमें बसंत, मोनू और उनके दो साथी शामिल थे, जो शराब के नशे में गाली-गलौज कर रहे थे। विरोध करने पर आरोपियों ने गेट तोड़ कर घर के अंदर घुसकर ईंट, डंडा और चाकूनुमा हथियारों से हमला कर दिया।
पुनुराम लहरे की रिपोर्ट पर जूटमिल पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और अपराध क्रमांक 471/2024 के तहत भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 296, 351(2), 115(2), 3(5) के अंतर्गत मामला दर्ज किया। थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज ने घटना के तुरंत बाद आरोपियों की धरपकड़ के लिए विशेष टीम गठित की, आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मुखबिर तैनात किए गए। सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने मोनू टंडन (21 वर्ष) पिता जग्गू टंडन निवासी कयाघाट बाबा कुटी के पास थाना जूटमिल और भीमसेन बसंत उर्फ भोकू (21 वर्ष) पिता प्यारी लाल बसंत निवासी कयाघाट मुक्ति धाम के सामने थाना जूटमिल को उनके ठिकानों से गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों ने घटना में शामिल होने की बात स्वीकार की, जिसके आधार पर पुलिस ने घटना में इस्तेमाल एक डंडा और ईंट का टुकड़ा भी बरामद किया।
मामले में साक्ष्य अनुरूप धारा 333 बीएनएस जोड़ कर गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस की यह कार्यवाही क्षेत्र में अपराधियों के खिलाफ कड़ा संदेश है। थाना प्रभारी ने बताया कि अन्य फरार आरोपियों की तलाश के लिए टीमें सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। आरोपियों की धरपकड़ कार्यवाही में निरीक्षक मोहन भारद्वाज के साथ हमराह स्टॉफ एएसआई राजेन्द्र पटेल, महिला प्रधान आरक्षक रेखा नागरे, आरक्षक तरुण महिलाने, आरक्षक सुशील यादव, आरक्षक जितेश चौहान और आरक्षक नरेश रजत की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।