बिलासपुर पुलिस का जन जागरूकता अभियान ‘चेतना’ : पुलिस अधीक्षक बिलासपुर के मुख्य आतिथ्य एवं ड्रीमलैण्ड स्कूल प्राचार्या की अगुवानी में कार्यक्रम का हुआ सफल आयोजन.

बिलासपुर पुलिस का जन जागरूकता अभियान ‘चेतना’ : पुलिस अधीक्षक बिलासपुर के मुख्य आतिथ्य एवं ड्रीमलैण्ड स्कूल प्राचार्या की अगुवानी में कार्यक्रम का हुआ सफल आयोजन.

December 7, 2024 Off By Samdarshi News

बिलासपुर : पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री रजनेश सिंह (भापुसे) द्वारा नशा एवं साइबर क्राईम पर अंकुश लगाने जन जागरूकता कार्यक्रम ‘चेतना’ संचालित किया जा रहा है, जिसके माध्यम से आम लोगों को साइबर ठगी से बचने के उपाय, नशा करने से होने वाले आर्थिक, शारीरिक एवं सामाजिक नुकसान के संबंध में जानकारी देकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसी तारतम्य में थाना सरकण्डा क्षेत्रांतर्गत स्थित ड्रीमलैण्ड स्कूल बंधवापारा की प्राचार्या श्रीमती निवेदिता सरकार की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री रजनेश सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती अर्चना झा रहे, जिनकी उपस्थिति पर स्कूल की प्राचार्या श्रीमति निवेदिता सरकार एवं वाइस प्रिंसिपल श्रीमति तपोषी सरकार द्वारा पुष्प गुच्छ, ग्रीन बुके से स्वागत किया गया।

स्वागत कार्यक्रम पश्चात कार्यक्रम की शुरूवात देश-भक्ति गीत की मनोहर प्रस्तुति के बाद कविता पाठ का आयोजन किया गया। कविता का मुख्य बोल साइबर कमीशन क्राइम को कहे बाय-बाय के माध्यम से स्कूली बच्चों द्वारा साइबर ठगी संबंधी मनोहर जानकारी प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री रजनेश सिंह द्वारा कार्यक्रम के उद्देश्यों पर विस्तृत चर्चा करते हुये उपस्थित स्कूली बच्चे, शिक्षक/शिक्षिका, गणमान्य नागरिकों को साइबर ठगी से कैसे बचें, नशा करने से होने वाली आर्थिक/शारीरिक एवं सामाजिक हानियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई, साथ ही साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमति अर्चना झा द्वारा साइबर अपराध, महिला एवं बच्चों के विरूद्ध होने वाले अपराधों के संबंध में जानकारी देते हुये घटना घटित होने पर तत्काल परिजनों के साथ नजदीकी पुलिस थाने में सूचित करने की समझाईश दी गई। कार्यक्रम की महत्ता को बताते हुये जन जागरूकता कार्यक्रम ‘‘चेतना’’ के उद्देश्यों पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई तथा विधि से संघर्षरत् बालकों को नशा एवं अपराध से दूर रहने तथा उनके सतत् विकास के लिए इस कार्यक्रम को एक महत्वपूर्ण कदम बताया गया। इस प्रकार स्कूल प्रबंधन एवं पुलिस के संयुक्त प्रयास से नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कार्यक्रम का समापन किया गया।