माइक्रोफाइनेंस कंपनी में गबन: पूर्व शाखा प्रबंधक मिर्जापुर से गिरफ्तार, 79 हजार से ज्यादा की हेराफेरी का खुलासा
December 17, 2024वॉल्ट एवं सेटलमेन्ट की रकम लेकर फरार आरोपी शाखा प्रबंधक रहते हजारों रुपये का किया गया था गबन
कंपनी के नियम विरुद्ध सदस्यों को गुमराह कर बिना किसी सूचना के आरोपी था फरार
अम्बिकापुर/ सरगुजा पुलिस द्वारा लगातार आरोपियों की धरपकड़ जारी हैं इसी क्रम में मामले का विवरण इस प्रकार हैं कि प्रार्थी लुण्ड्रा उपस्थित आकर लिखित आवेदन पेश कर रिपोर्ट दर्ज कराया कि प्रयत्न माइक्रोफायनेंस कंपनी लिमिटेड शाखा लुण्ड्रा में अजय सोनी के मकान में संचालित हो रहा है कि संस्था एनबीएफसीएमएफ आई है। जिसका पंजीकरण संख्या N-14.03411है जिसका कार्य ग्रामीण महिलाओं को रोजगार करने हेतु ऋण वितरण करना जिससे वे व्यवसाय करके छोटे छोट आसान किस्तों में अपना ऋण भुगतान करती है।
शाखा लुण्ड्रा में वितग 03 वर्षों से इस क्षेत्र में महिलाओं को ऋण वितरण कार्य किया जा रहा है और इस शाखा प्रबंधक प्रमोद कुमार पिता जगन्नाथ ग्राम नौगाव पोस्ट नदिनी थाना विन्ध्याचंल मिर्जापुर के रहने वाले थे जो दिनांक 26.07.2022 को लुण्ड्रा से Voult का पैसा 54,825 रूपया तथा सदस्य का सेटलमेंट का पैसा कंपनी के नियम के विरूद्ध सदस्यो को गुमराह करके बिना किसी सूचना के चले गये है, मामले के रिपोर्ट पर थाना लुण्ड्रा मे अपराध क्रमांक 143/24 धारा 409, भा.द.वि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया था।
दौरान विवेचना पुलिस पुलिस टीम के सतत प्रयास से आरोपी का पता तलाश किया जा रहा था जो लगातार फरार चल रहा था जिसे दिनांक 17.12.2024 को ग्राम नौगाव पोस्ट नदिनी थाना विन्ध्याचंल मिर्जापुर उत्तरप्रदेश जाकर हिरासत में लेकर थाना लुण्ड्रा आये और सघन पुछताछ किया गया। आरोपी द्वारा अपना नाम प्रमोद कुमार पिता जगन्नाथ उम्र 34 वर्ष ग्राम नौवगांव पोस्ट नदिनी थाना विन्ध्याचंल मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश) का होना बताया गया। आरोपी से पूछताछ किये जाने पर आरोपी द्वारा घटना कारित किया जाना स्वीकार किया गया। आरोपी द्वारा प्रयत्न माइक्रोफायनेंस कंपनी लिमिटेड शाखा लुण्ड्रा से 79659 रूपये लेकर फरार होना जुर्म स्वीकार करने पर दिनांक 17.12.2024 को गिरफ्तार किया गया, आरोपी के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जाता हैं।
सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी लुण्ड्रा उप निरीक्षक शिशिरकांत सिंह, आरक्षक दीपक पाण्डेय, बाल्केश्वर सिंह, विकास मिश्रा, वीरेंद्र खलखो, निरंजन बड़ा शामिल रहे।