
सरगुजा में सनसनीखेज मामला : अनाचार के मामले को दबाने के लिए 10 लाख रुपये की मांग कर ब्लैकमेलिंग…एक महिला सहित कुल चार आरोपी गिरफ्तार कर भेजे गये जेल.
December 26, 2024थाना कोतवाली पुलिस टीम द्वारा मामले में कार्यवाही करते हुए आरोपियों को अनन्या होटल अम्बिकापुर के पास से गिरफ्तार कर की गई कार्यवाही.
आरोपियों द्वारा प्रकरण को निपटारा कराने कुल 61 लाख रुपये की गई थी मांग, पहले किश्त में 05 लाख लेने के पश्चात दूसरी किश्त में 05 लाख रुपये लेने पहुंचे थे आरोपी.
पुलिस टीम द्वारा रकम लेनदेन हेतु 50 रुपये का फाड़ा हुआ दो टुकड़ा नोट, कुल नगद रकम 10 लाख रुपये किया गया बरामद.
आरोपियों के विरुद्ध थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 913/24 धारा 308(2),308 (7),61(2) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध कर की गई कार्यवाही.
आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त आल्टो कार नंबर सीजी/15/बी/9051 एवं स्कूटी क्रमांक सीजी/16/सी.एन/5042 की गई जप्त.
आपराधिक गतिविधियों में सम्मिलित आरोपियों के विरुद्ध सरगुजा पुलिस टीम की लगातार कार्यवाही जारी.
अंबिकापुर : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार हैं कि सूचक सुभाष चन्द्र अग्रवाल साकिन मोवा लक्जेवरा बिल्डिंग थाना मोवा जिला रायपुर द्वारा 25 दिसंबर 2024 को थाना कोतवाली आकर सूचना दिया था कि संतोष विश्वकर्मा पूर्व में पंजीबद्ध अनाचार के मामले में राशि वसूल कर केस को खत्म करने की योजना बनाया गया है। संतोष विश्वकर्मा द्वारा लगातार सूचक से संपर्क किया जा रहा है, संतोष विश्वकर्मा दिनांक 22 दिसंबर 2024 को रायपुर आकर सूचक से मिलकर बातचीत किया, बातचीत के मध्य केस ख़त्म करने हेतु 61 लाख में सौदा तय हुआ, जिसमें से 21 लाख रुपये टोकन मनी माँगा गया। उक्त राशि को प्रदान करने हेतु संतोष विश्वकर्मा द्वारा एक पचास का नोट का आधा हिस्सा फाडकर एक हिस्सा खुद रखा और दूसरा हिस्सा सूचक को दिया और संतोष बोला कि जब आप पैसे देने आओगे तो नोट का दूसरा हिस्सा दिया जायगा, उक्त बैठक में संतोष विश्वकर्मा ने सूचक को विश्वास दिलाया कि राशि देने के पश्चात वह विनोद केडिया के पक्ष में बयान देगा और महिला के साथ वह लगातार संपर्क में हैं और उक्त सौदा उक्त महिला के पूर्ण जानकारी में हो रहा है। सूचक द्वारा जैसे ही राशि का भुगतान कर देगा वैसे ही सूचक के जीजा विनोद केडिया इस मामले से बाहर निकालने हेतु त्वरित आगे केस इसके पक्ष में बढ़ाया जायगा।
चर्चा अनुसार सूचक दिनांक 24 दिसंबर 2024 को पैसा देने के लिये रायपुर से अपने ड्रायवर साथियों के साथ अम्बिकापुर आया और सूचक के एक रिश्तेदार के साथ नया गमछा में 05 लाख रूपये रकम लेकर संतोष विश्वकर्मा के बताये जगह कोर्ट के पीछे गये, वहां अल्टो कार नंबर सीजी/15/बी/9051 में संतोष और उक्त महिला थे तथा उन्हीं के साथ एक स्कूटी नंबर सीजी/16/सी.एन./5042 में उनके साथ दो लोग थे। सूचक कुल रकम 5 लाख रूपये संतोष को दे दिया, तब कल और पैसा बैग में लाकर देने के लिए बोला गया, तब सूचक आवेदन देने थाना कोतवाली आए हैं।

सूचक की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही कर आरोपियों द्वारा रकम लेने हेतु बुलाये स्थान अनन्या होटल के बगल रोड किनारे पहुंचे, आवश्यक योजना बद्ध तरीके से वहां पहुंच आरोपी संतोष, उक्त महिला एवं अन्य दो पुरूष साथी वहां एक आल्टो कार एवं एक स्कूटी से खड़े थे, जिन्हें प्रार्थी द्वारा एक बैग में रखा 500/- रूपये का 100-100 नोट का कुल 10 बंडल प्रत्येक बंडल 50,000/- कुल 5,00,000/- रूपये को आरोपिया को देते हुवे दबिश देकर पकड़कर हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। प्रकरण में महिला सहित कुल 04 आरोपी (01) संतोष विश्वकर्मा पिता शंकर विश्वकर्मा उम्र 34 वर्ष काटर नं.132 डी.एन.क्यू. कुमदा कालोनी विश्रामपुर सूरजपुर (02) कमलेश देवांगन पिता स्व. सुदनलाल उम्र 39 वर्ष वार्ड नं. 4 मनेन्द्रगढ़ (03) घनश्याम विश्वकर्मा पिता सुन्दनलाल उम्र 34 वर्ष माहोरपारा वार्ड नं. 2 मनेन्द्रगढ़ गिरफ्तार किये गये हैं। आरोपियों से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ किये जाने पर घटना कारित किया जाना स्वीकार किया गया। आरोपियों के कब्जे से पूर्व में उद्द्यापित रकम कुल 05 लाख भी आरोपिया के निशानदेही पर बरामद किया गया हैं। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त आल्टो कार नंबर सीजी/15/बी/9051 एवं स्कूटी क्रमांक सीजी/16/सी.एन/5042 जप्त किया गया हैं। आरोपियों के विरुद्ध थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 913/24 धारा 308(2),308 (7),61(2) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया हैं।
इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष सिंह परिहार, उपनिरीक्षक वंश नारायण शर्मा, उपनिरीक्षक रम्भा साहू, उपनिरीक्षक रश्मी सिंह, प्रधान आरक्षक शत्रुधन सिंह, महिला प्रधान आरक्षक राधा यादव, प्रधान आरक्षक छत्रपाल सिंह, प्रधान आरक्षक सियाराम मरावी, आरक्षक रमन मंडल, आरक्षक शिव मंगल, आरक्षक नितिन सिन्हा, आरक्षक विवेक राय, आरक्षक लालबाबू सिंह सक्रिय रहे।