ऑनलाइन ई-प्रदर्शनी में जशपुर ज़िले के नवाचारी शिक्षकों ने अपने नवाचार साझा किए

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

जशपुर. श्री अरविंद सोसाइटी और समग्र शिक्षादृजशपुर, छत्तीसगढ़ द्वारा ई-प्रदर्शनी आयोजित की गई। जिसमें ज़िला जशपुर के 12 शिक्षकों ने शून्य निवेश पर आधारित अपने नवाचारों को देश भर के शिक्षकों के साथ साझा किया। श्री अरविंद सोसाइटी और एच.डी.एफ.सी. बैंक के देश व्यापी कार्यक्रम ‘शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार’ के अंतर्गत शिक्षकों को प्रेरित करने, चयनित शिक्षकों के नवाचारों को व्यापक रूप से विकसित करने और देश के अन्य विद्यालयों तक पहुंचाने के उद्देश्य से ई-प्रदर्शनी की श्रृंखला की शुरुआत की गई है और इसी कड़ी में जशपुर, छत्तीसगढ़ के लिए वेबिनार का आयोजन किया गया।

ऑनलाइन सम्मेलन में मुख्य अतिथि श्री जे.के. प्रसाद, जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर, विशिष्ट अतिथियों के रूप में शामिल हुए श्री एन.के. सिन्हा, जिला मिशन समन्वयक जशपुर, श्री एस.आर. पटेल, सहायक परियोजना समन्वयक,़ एवं श्री अशोक शर्मा राष्ट्रीय प्रशिक्षण प्रमुख रूपांतर, श्री अरविन्द सोसाइटी उपस्थित थे।

कार्यक्रम में शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि श्री एन.के. सिन्हा, जिला मिशन समन्वयक ने कहा “घर में पड़ी अनावश्यक वस्तुओं से हमारे शिक्षक शिक्षण-सामग्री का निर्माण कर रहे हैं, यह उनकी रचनात्मकता और शिक्षा के प्रति उनका समर्पण है। शिक्षकों द्वारा संचालित की जाने वाली कक्षा गतिविधियाँ पाठ्यक्रम को सरल और सहज बनाती हैं। टी.एल.एम का उपयोग सही समय और सही स्थान पर करना बहुत आवश्यक है। शिक्षकों का अनुभव उनके ज्ञान और समझ पर आधारित है। जब शिक्षक सक्रिय रूप से नवाचार करने के लिए प्रेरित होते हैं तो वे पूरी शिक्षा प्रणाली को एक नया रूप दे सकते हैं और नवाचारों को एक आदर्श के रूप में प्रस्तुत कर सकते हैं। श्री अरविन्द सोसाइटी शून्य निवेश पर आधारित नवाचारों के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक प्रभाव ला रही है और इस मंच के आयोजन के लिए मेरी ओर से उन्हें शुभकामना और बधाई है। ज़िला जशपुर, छत्तीसगढ़ के नवाचारी शिक्षकगण नित-प्रतिदिन नवाचार करते हैं जिससे विद्यार्थियों को लाभ मिलता है। इसके साथ ही उन्होंने श्री अरविंद सोसाइटी को ई-प्रदर्शनी आयोजित करने हेतु बधाई दी और शिक्षा के क्षेत्र में उनके प्रयासों की प्रशंसा भी की।

ई-प्रदर्शनी में सम्मिलित शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि श्री एस.आर. पटेल, सहायक परियोजना समन्वयक ने कहा, “विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए टी.एल.एम. का विशेष योगदान रहता है जो छात्र के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करता है।शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रयास और सुधारों की आवश्यकता होती है और यह तभी संभव है जब शिक्षकगण अपने नवाचारों को एक-दूसरे के साथ साझा करें और अपना सहयोग दें।

इस वेबिनार में उपस्थित शिक्षा अधिकारियों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए श्री अशोक शर्मा, राष्ट्रीय प्रशिक्षण प्रमुख श्री अरविंद सोसाइटी ने कहा, “विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए टी.एल.एम. एस का विशेष योगदान रहता है जो छात्र के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करता है। आशा है कि इस ई-प्रदर्शनी में प्रदर्शित की जा रही कक्षा-कार्य सामग्री अन्य विद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए उपयोगी साबित होगी। शिक्षकों के योगदान के बिना देश उन्नति नहीं कर सकता। शिक्षक जब परिवर्तन स्वीकार करते हैं तब वे विद्यार्थियों और समाज को परिवर्तन स्वीकार करने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। नवाचार वह परिवर्तन हैजो पूर्व स्थित विधियों और पदार्थ आदि में नवीनता का संचार करता हैप् भारत के शिक्षक शून्य निवेश नवाचारों द्वारा रचनात्मक और रोचक तरीकों से बच्चों को पढ़ा कर शिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन ला रहे हैं। हमें विश्वास है कि देश भर के शिक्षकों को इस ई-प्रदर्शनी में साझा किए जा रहे नवाचारों का लाभ मिलेगा जिसे वे सभी अपने विद्यालयों में क्रियान्वित करेंगे।”

देशभर के शिक्षकों को विभिन्न शून्य निवेश नवाचारों से उन्मुख और अवगत कराने और शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से श्री अरविन्द सोसाइटी ने जशपुर में ई-प्रदर्शनी आयोजित की। इस ई-प्रदर्शनी में ज़िले के 12 नवाचारी शिक्षकों ने अपने नवाचार ऑनलाइन माध्यम से साझा किए। जिला जशपुर की इस ई-प्रदर्शनी ट्रेनर श्री ओम द्विवेदी ने सफलतापूर्वक संचालन किया ।

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