
फर्जी भर्ती रैकेट का पर्दाफाश : सरगुजा पुलिस ने 1.5 लाख की ठगी करने वाले दो शातिरों को पकड़ा, कराए बैंक खाते फ्रीज, भेजा गया न्यायिक अभिरक्षा में.
March 14, 2025थाना मणिपुर पुलिस टीम द्वारा मामले में आरोपियों के विरुद्ध की गई सख्त वैधानिक कार्यवाही.
आरोपियों द्वारा प्रार्थी को ब्लॉक प्रभारी के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर झांसे में लेकर की गई थी 1.5 लाख रुपये की ठगी.
आरोपियों द्वारा अन्य कई लोगों से भी नौकरी लगाने के नाम पर कारित की गई थी ठगी, आरोपियों के खातों को पुलिस टीम द्वारा किया गया फ्रीज.
आरोपियों के कब्जे से 10000/- रुपये नगद एवं घटना में प्रयुक्त दो नग मोबाइल किया गया जप्त.
अम्बिकापुर. 13 मार्च 2025 : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार हैं कि प्रार्थी बजरु टोप्पो साकिन ठाकुरपुर थाना गांधीनगर द्वारा दिनांक 18 जनवरी 2025 को थाना मणिपुर आकर रिपोर्ट दर्ज कराया गया कि प्रार्थी का जान पहचान जनवरी 2024 में डिगंबर राम भगत उर्फ़ अम्बर एवं बसील खलखो से हुआ था. जान पहचान के बाद आरोपियों द्वारा प्रार्थी को बताया गया कि 1.5 लाख रुपये जमा करने पर ब्लॉक प्रभारी के पद पर नियुक्ति करवा देंगे, जिससे प्रति माह 70 हजार रुपये से 01 लाख रुपये कमा पाओगे। प्रार्थी बजरु टोप्पो आरोपियों के बहकावे में आकर जून 2024 में 01 लाख 50 हजार रुपये आरोपियों को दे दिया हैं। प्रार्थी रकम देने के बाद आरोपियों को नौकरी के लिए बोला, जिस पर आरोपीगण लगातार टाल मटोल करते आ रहे हैं, जब प्रार्थी द्वारा उपरोक्त आरोपियों के दर्रीपारा ऑफिस आकर पता किया तो पता चला कि आरोपीगण अन्य कई लोगों से भी नौकरी लगाने के नाम पर रकम लिए हैं और किसी का भी नौकरी नहीं लगाया गया हैं। मामले में प्रार्थी के रिपोर्ट पर थाना मणिपुर में अपराध क्रमांक 25/25 धारा 420,34 भा.द.वि. का अपराध कायम कर विवेचना मे लिया गया।
विवेचना के दौरान पुलिस टीम द्वारा मामले के आरोपियों का पता तलाश कर हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया, आरोपियों द्वारा अपना नाम (01) डिगंबर भगत आत्मज रामवतार भगत उम्र 40 वर्ष साकिन मानिकप्रकाशपुर भण्डारपारा थाना कोतवाली अम्बिकापुर, (02) बसील खलखो आत्मज स्टेफन खलखो उम्र 35 वर्ष साकिन महुआपारा चर्च के पास थाना गांधीनगर का होना बताया गया, आरोपियों से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ किये जाने पर प्रार्थी से एनजीओ में ब्लॉक प्रभारी के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर कुल 1.5 लाख रुपये की ठगी कारित करना स्वीकार किया गया, साथ ही आरोपियों द्वारा अन्य लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर ठगी कारित करना स्वीकार किया गया। आरोपियों के कब्जे से कुल 10000/- रुपये नगद रकम एवं घटना में प्रयुक्त 02 नग मोबाइल बरामद किया गया हैं। आरोपियों द्वारा ठगी किये गये शेष रकम को खाते में जमा करना बताया गया हैं। आरोपियों के खातों को पुलिस टीम द्वारा फ्रीज कराया गया हैं, जिसमें जप्त रकम को माननीय न्यायालय के आदेश पश्चात रकम आवेदक को वापस दिलाया जाना हैं। आरोपियों के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया हैं।
इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी मणिपुर उप निरीक्षक अखिलेश सिंह, सहायक उपनिरीक्षक शौकीलाल राज, सहायक उपनिरीक्षक धीरज गुप्ता, प्रधान आरक्षक सतीश सिंह, प्रधान आरक्षक मदन गोपाल परिहार, आरक्षक उमाशंकर साहू, आरक्षक अनिल सिंह एवं साइबर सेल से आरक्षक जितेश साहू, आरक्षक रमेश राजवाड़े सक्रिय रहे।