
दोस्ती के नाम पर सोशल मीडिया पर जाल, होटल में शिकार, जबरन होटल में दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग : बिलासपुर का युवक बना दरिंदा, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार,न्यायालय में किया गया प्रस्तुत.
March 18, 2025आरोपी के विरुद्ध थाना मणिपुर में अपराध क्रमांक 43/25 धारा 64(1) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया विवेचना में
थाना मणिपुर पुलिस टीम द्वारा आरोपी के विरुद्ध की गई सख्त वैधानिक कार्यवाही.
महिला सम्बन्धी अपराधों में पुलिस टीम द्वारा की जा रही लगातार कार्यवाही.
अंबिकापुर. 18 मार्च 2025 : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार हैं कि प्रार्थिया दिनांक 06 फरवरी 2025 को थाना मणिपुर आकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि प्रार्थिया का इंस्टाग्राम के माध्यम से अनुराग लहरे नामक युवक से जान पहचान हुआ था, जो खुद को बैंगलोर का निवासी होना बताया था। जान पहचान होने के बाद अनुराग प्रार्थिया से मोबाइल के जरिये बातचीत करता था। दिनांक 07 दिसंबर 2024 को अनुराग प्रार्थिया को फ़ोन कर जरुरी काम होने की बात बोलकर बस स्टैंड अम्बिकापुर बुलाया और प्रार्थिया को बस स्टैंड के एक होटल में ले जाकर जबरन दुष्कर्म की घटना कारित किया हैं। इस दौरान आरोपी प्रार्थिया का अश्लील फोटो/विडिओ बनाकर अपने मोबाइल में रखकर वायरल किया हैं। मामले में पीड़िता की रिपोर्ट पर आरोपी के विरुद्ध थाना मणिपुर में अपराध क्रमांक 43/25 धारा 64(1) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान पीड़िता का कथन लेख कर आरोपी की पता तलाश की जा रही थी, पता तलाश के दौरान पुलिस टीम के सतत प्रयास से आरोपी अनुराग लहरे को पकड़ कर पूछताछ की गई। आरोपी द्वारा अपना नाम अनुराग कुमार लहरे आत्मज हीरालाल लहरे उम्र 24 वर्ष साकिन विद्याडीह टांगर थाना मस्तूरी जिला बिलासपुर का होना बताया गया, आरोपी से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ किये जाने पर पीड़िता से जबरन दुष्कर्म की घटना कारित करना स्वीकार किया गया। आरोपी द्वारा घटना के दौरान प्रयुक्त मोबाइल को तोड़ कर नष्ट कर देना बताया गया हैं। आरोपी के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया हैं।
इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी मणिपुर उपनिरीक्षक अखिलेश सिंह, उपनिरीक्षक संपत पोटाई, प्रधान आरक्षक सतीश सिंह, आरक्षक अनिल सिंह, साइबर टीम प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, आरक्षक नितिन सिन्हा सक्रिय रहे।