जशपुर कलेक्टर ने विभिन्न विकासखण्डो के धान खरीदी केंद्रों का किया आकस्मिक निरीक्षण, धान खरीदी के आखिरी दिनों में भी किसानों को किसी प्रकार की नही होनी चाहिए परेशानी – कलेक्टर

Advertisements
Advertisements

अंतिम चरणों में अवैध धान की खेप पर रोक लगाने के लिए विक्रय हेतु आने वाले किसानों का भौतिक सत्यापन करने के दिए निर्देश

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

जशपुर. कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने आज  जशपुर, मनोरा, कुनकुरी सहित अन्य विकासखण्डो के धान खरीदी केंद्र का आकस्मिक निरीक्षण  कर धान उर्पाजन केन्द्र में अब तक हुए धान खरीदी, टोकन वितरण, बारदाना उपलब्धता, मिलर्स द्वारा धान उठाव एवं किसानों को राशि भुगतान के सम्बंध में विस्तार से जानकारी ली।  इस अवसर पर संबधित विकासखण्ड के अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, समिति प्रबंधक उपस्थित थे।

कलेक्टर श्री अग्रवाल ने जशपुर के गम्हरिया, मनोरा एवं कुनकुरी के महुआटोली धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण कर  केंद्र में अब तक हुए धान खरीदी, टोकन वितरण, धान का भंडारण व उठाव का अवलोकन किया। उन्होंने सभी समिति प्रबंधको को निर्देशित करते हुए कहा कि धान खरीदी के लिए अब महज के कुछ ही कार्य दिवस बचा है। इस हेतु धान खरीदी के आखिरी दिनों में भी किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नही होनी चाहिए। साथ ही जिले में धान खरीदी के अंतिम दिनों में बिचौलियों एवं अवैध धान की खेप पर रोक लगाने के लिए विक्रय के लिए आने वाले किसानों का भौतिक सत्यापन करने के निर्देश सभी तहसीलदार को दिए। जिससे वास्तविक पंजीकृत किसान ही धान विक्रय कर सके।

गम्हरिया सहकारी समिति प्रबंधक द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि केन्द्र में अब तक  874 के किसानों का लगभग 52750.40 क्विन्टल धान खरीदी की गयी है। उन्होंने बताया कि आज केंद्र में कुल 7 कृषकों का धान विक्रय के लिए टोकन जारी हुआ है।  जिसकी खरीदी की जा रही है। साथ ही मिलर्स द्वारा समय समय पर धान का उठाव किया जा रहा है। इसी प्रकार मनोरा धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक ने बताया कि केंद्र में 749 किसान द्वारा कुल 31488.44 क्विन्टल धान विक्रय किए है। आज केंद्र में 2 किसानों द्वारा 16 क्विन्टल धान विक्रय किया गया है एवं कुनकुरी के मुहुआटोली धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक ने बताया कि 1125 किसानो का लगभग 78 हजार क्विन्टल धान क्रय किया गया है।

कलेक्टर श्री अग्रवाल ने जिले में बारिश की संभावना को देखते हुए सभी समितियों में धान को  त्रिपाल, केप कवर, प्लास्टिक से ढककर  सुरक्षित रखने की बात कही  साथ ही उपार्जन केंद्रों के नोडल अधिकारियों को केंद्रों में जाकर भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिए।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!