ग्रामीण अर्थव्यवस्था का ढोल पीटती सरकार की खुल गई पोल – केदार कश्यप

ग्रामीण अर्थव्यवस्था का ढोल पीटती सरकार की खुल गई पोल – केदार कश्यप

February 11, 2022 Off By Samdarshi News

ये है भूपेश बघेल का ग्रामीण विकास, मनरेगा की मजदूरी के लिए भटक रहे हैं आदिवासी- भाजपा

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

रायपुर, छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा प्रवक्ता तथा पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने भूपेश बघेल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती और भूमिहीन मजदूरों को तथाकथित न्याय का ढोल पीटती सरकार की पोल खुल गई है। भूपेश बघेल का ग्रामीण विकास यह है कि मनरेगा की मजदूरी के लिए आदिवासी मजदूर भटक रहे हैं। उन्होंने नारायणपुर जिले में सामने आए मामले का हवाला देते हुए कहा है कि यह सरकार केंद्र से मिली रकम और गरीबों के हिस्से का अनाज लूटने वाली निर्दयी सरकार है जो कथित न्याय योजनाओं का तमाशा दिखाती है और उसी वर्ग के साथ हेराफेरी करती है। गरीबों के घर के सपने को चूर चूर करती है। झूठ की थाली परोसती है। रेत के महल खड़े करती है।

  प्रदेश भाजपा प्रवक्ता केदार कश्यप ने कहा कि नारायणपुर जिला मुख्यालय से चंद किलोमीटर के फासले पर मनरेगा की मजदूरी के लिए आदिवासी मजदूरों का भटकना यह साबित कर रहा है कि हर मामले में लूटखसोट को अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानने वाले कांग्रेस के लोग गरीब, मजबूर, मजदूर तक का निवाला छीन रहे हैं। जब सरकार ही लुटेरी हो, अन्यायी हो, अत्याचारी हो तो उसके कारिंदों से क्या उम्मीद की जा सकती है।

   प्रदेश भाजपा प्रवक्ता केदार कश्यप ने कहा कि नारायणपुर से आ रही शिकायतें तो इस भ्रष्ट सरकार की हंडी का एक चावल है। प्रदेश भर के मनरेगा के मजदूरों के शोषण का दौर चल रहा है। एक तरफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मनरेगा के नाम पर ओछी राजनीति करते हैं तो दूसरी तरफ उनका तंत्र मनरेगा में भ्रष्टाचार कर रहा है। मजदूरी डकारी जा रही है। केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ की जनता के लिए जो रकम भेजती है उसमें कांग्रेस की डकैत फितरत डाका डालने मुस्तैदी दिखाती है। तीन साल से छत्तीसगढ़ की जनता को लूटा जा रहा है। उसके हिस्से की रकम पर कांग्रेस सरकार की कुदृष्टि जमी रहती है।