किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान : विशेष शिविर के माध्यम से अब तक 3000 से अधिक कृषको का किया जा चुका है ई-केवायसी सत्यापन

Advertisements
Advertisements

शिविर में कृषकों को धान के बदले अन्य फसल लेने हेतू किया जा रहा है प्रोत्साहित

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

कलेक्टर सौरभ कुमार के मार्गदर्शन में आयोजित किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान कार्यक्रम के माध्यम से जिले के समस्त सेवा सहकारी समिति में कृषकों को एकत्रित कर ई-केवाइसी सत्यापन कार्य में प्रगति लायी जा रही है। 25 अप्रैल से आज तक  विशेष शिविर में च्वाईस सेंटर के माध्यम से 3000 से अधिक कृषको का ई-केवाइसी किया जा चुका है। सर्वर समस्या को देखते हुए एवं अधिक से अधिक ई-केवाइसी कार्य हो सके इस हेतु सुबह 6 बजे से च्वाईस सेंटर के व्ही.एल.ई. द्वारा बायोमैट्रिक के माध्यम से सत्यापन कार्य सम्पन्न कराया जा रहा है।

कृषि विभाग जिला रायपुर के उप संचालक ने बताया कि विशेष शिविर में कृषि विभाग, उद्यानिकी, मछलीपालन, पशुपालन, राष्ट्रीकृत बैंको के अधिकारी, पटवारी, पंचायत सचिव की उपस्थिति में किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) जारी करने हेतु 934 कृषकों के आवेदन प्राप्त कर केसीसी जारी किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनांतर्गत लाभार्थी कृषक जिनका केसीसी निर्माण नहीं हुआ है, उन कृषकों को चिन्हांकित कर शिविर में उपस्थित कराकर केसीसी जारी कराया जा रहा है। इसी क्रम में वे कृषक जो सोसायटी में निष्क्रिय खाताधारी है,  उनकी सूची प्राप्त कर उनसे संपर्क करते हुए शिविर में उपस्थित कराकर केसीसी सक्रिय करने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है।

उन्होनें बताया कि विशेष शिविर के माध्यम से अग्रिम उठाव के अंतर्गत शिविर प्रारभ से आज दिनांक तक वर्मी कम्पोस्ट वितरण 900 क्विंटल,  रासायनिक उर्वरक वितरण 153.05 मि. टन, बीज वितरण 300 क्विंटल वितरण किया जा चुका है।

उप संचालक कृषि, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला सहकारी बैंक एवं जिला विपणन अधिकारी द्वारा लगातार मॉनिटरिंग कर उर्वरक के पर्याप्त भंडारण हेतु प्रयास किया जा रहा है साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि जिले के समस्त सहकारी समितियों में वर्मी कम्पोस्ट, रासायनिक उर्वरक एवं बीज का पर्याप्त भण्डारण रहे। उर्वरक निरीक्षकों द्वारा शिविर में पी.ओ.एस. मशीन स्टाकबुक से मिलान किया जा रहा है।

कृषको को धान के बदले अन्य वैकल्पिक फसल लेने हेतु प्रोत्साहित कर बीज व्यवस्था की रूप रेखा तैयार करते हुए कृषक सूची तैयार की जा रही है। खरीफ 2022 हेतु कृषको को फसल जोखिम को कम करने हेतु अधिक से अधिक प्रधानमंत्री फसल बीमा कराये जाने हेतु प्रोत्साहित कर फसल बीमा के लाभ की जानकारी दी जा रही है। कृषकों से विनम्रता पूर्वक अपील की गई है कि भविष्य में उर्वरक की कमी न हो इस हेतु अग्रिम उठाव कर लिया जावें।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!