छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी के विद्युत गृह देशभर में रहे चतुर्थ स्थान पर

April 30, 2022 Off By Samdarshi News

बेहतर रखरखाव से बढ़ी संयंत्रों की उत्पादन क्षमता

समदर्शी न्यूज़ बुरो, रायपुर

छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी द्वारा विद्युत उत्पादन के मामलें में देशभर के 33 स्टेट पाॅवर सेक्टर में चतुर्थ स्थान पर होने का गौरव प्राप्त किया है।  छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी के संयंत्रों ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में 70.40 प्रतिशत प्लांट लोड फैक्टर को अर्जित किया है, जबकि देशभर के सभी विद्युत गृहों का औसत पी.एल.एफ. 58.86 प्रतिशत रहा। छत्तीसगढ़ विद्युत उत्पादन कंपनी के नाम दर्ज इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं चेयरमेन अंकित आनंद ने जनरेशन कंपनी के प्रबंध निदेशक एन.के.बिजौरा सहित अधिकारियों/कर्मचारियों को बधाई देते हुए ऐसी उत्कृष्ट कार्यशैली को बनाये रखने के लिए प्रेरित किया।

भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अधीन  कार्यरत केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण (सी.ई.ए.) ने  रिपोर्ट जारी की है जिसके मुताबिक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह (डीएसपीएम) कोरबा पूर्व संयंत्र ने 89.22 प्रतिशत पी.एल.एफ. अर्जित करने का कीर्तिमान स्थापित किया है। डीएसपीएम का देश के सभी (केंद्र,  राज्य व निजी उपक्रम) ताप विद्युत गृहों में विद्युत उत्पादन के मामलें में चौथा स्थान रहा। जनरेशन कंपनी ने अपने संयंत्रों की उत्पादन क्षमता को बेहतर रखरखाव और क्वालिटी कोल प्रबंधन के जरिये उत्कृष्ट बनाया। कर्मचारियों-अधिकारियों की लगन व कर्मठता से यह उपलब्धि हासिल हुई।

इसी क्रम में डॉ.  श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह यूनिट क्रमांक 02 ने सर्वकालिक न्यूनतम  विशिष्ट तेल खपत की श्रेणी में भी विशेष उपलब्धि हासिल की है। यूनिट 02 में तेल खपत 0.0427 मि.ली. प्रति यूनिट रहा, जो छग राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा निर्धारित 0.5 मि.ली. प्रति यूनिट से बहुत कम है। इस उपलब्धि से जनरेशन कंपनी को लगभग 10.70 करोड़ रूपये की बचत हुई। डीएसपीएम विद्युत गृह की इकाई क्रमांक 02 ने वर्ष में केवल एकबार ट्रिप हुई जो कि न्यूनतम है और यह भी एक कीर्तिमान है। इसी तरह अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह, मड़वा यूनिट क्रमांक 02 ने सर्वकालिक न्यूनतम विशिष्ट तेल खपत 0.47 मि.ली. प्रति यूनिट दर्ज की तथा संयुक्त तौर पर सर्वकालिक 0.502 मि.ली. प्रति यूनिट का कीर्तिमान बनाया।