बछरांव गोलीकाण्ड का खुलासा: सुपारी लेकर हत्या करने मे शामील चार आरोपी गिरफ्तार, दो आरोपियों की तलाश जारी, हत्या का कारण बना पारिवारिक विवाद…जाने पूरा मामला

बेटे द्वारा अपनी मां की सहमति से साले की पत्नि को अपनी पत्नि बनाकर रखने का चल रहा था विवाद

पीड़ित ने सामाजिक समझौते के मुकरने से क्षुब्ध होकर दी हत्या की सुपारी

नारायणपुर थाने में आरोपियों के विरूद्ध भादवि की धारा 307, 452, 34 एवं आर्मस एक्ट की धारा 25, 27 के अन्तर्गत मामला दर्ज

सागर जोशी

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर/कुनकुरी

नारायणपुर थाना क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम गायलुंगा लोटाडांड निवासी 60 वर्षीय महिला मोहनी बाई पति भूलन राम को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गोली मारकर प्राणघातक हमला करने की दिनांक 6 मई को हुई वारदात का खुलासा करते हुए बगीचा एसडीओपी अलीम खान ने कुनकुरी थाने में प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता में कुनकुरी एसडीओपी मनीष कुंवर भी उपस्थित रहे।

पुलिस द्वारा किये गये खुलासे के अनुसार वारदात में शामिल 4 आरोपियों प्रदीप बरला पिता कलिंदर बरला 36 वर्ष निवासी बछरांव, अघनेश्वर उर्फ लेबा राम पिता रघुनाथ राम 35 वर्ष निवासी गायलुंगा, अजय राम पिता स्वर्गीय ठाकुर राम 35 वर्ष निवासी रानीबगिचा जशपुर एवं सुखलाल प्रजापति पिता जगरनाथ प्रजापति 31 वर्ष निवासी कांटाबेल चौकी मनोरा को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों से अपराध में प्रयुक्त 1 मोटरसाईकिल एवं 3 मोबाईल भी जप्त किये गये है। प्रकरण के दो आरोपी छविलाल यादव एवं उसका एक साथी फरार है साथी का नाम अभीतक ज्ञात नही हो सका है क्योकि उसके बारे में फरार आरोपी छविलाल को ही जानकारी है इन दोनो की पतासाजी की जा रही है।

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 6 मई 2022 को प्रार्थी शिव कुमार यादव पिता रतन राम यादव निवासी ग्राम गायलुंगा के द्वारा थाना नारायणपुर में सूचना दी गई कि ग्राम गायलुंगा में मोहनी बाई पति भूलन राम 60 वर्ष को अज्ञात व्यक्तियों ने गोली मारकर घायल कर दिया है। सूचना प्राप्ति के उपरांत नारायणपुर थाना प्रभारी निरीक्षक जीवन कुमार जांगड़े पुलिस टीम के साथ घटना ग्राम पहूंचे और जांच कार्यवाही प्रारंभ करते हुए जिला पुलिस के उच्चाधिकारियों को वारदात से अवगत कराया।

पुलिस अधीक्षक जशपुर राजेश अग्रवाल के द्वारा प्रकरण की जांच के लिये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती प्रतिभा पाण्डे एवं एसडीओपी बगीचा अब्दुल अलीम खान के मार्गदर्शन में पुलिस टीम का गठन कर प्रकरण की जांच प्रांरभ कराई। प्रारंभिक रूप से घटनास्थल की जांच में मोहनी बाई को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा घर में घुसकर मोहनी बाई के बाहर निकने पर बाड़ी गेट के पास हत्या कराने के इरादे से छुपाकर रखे अवैध हथियार से गोली मारकर फरार हो जाना पाया गया। अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध भादवि की धारा 307, 452, 34 एवं आर्मस एक्ट की धारा 25, 27 के अन्तर्गत मामला दर्ज कर कार्यवाही प्रारंभ की गई। घटना में घायल मोहनी बाई को तत्काल ईलाज हेतु चिकित्सालय भेजकर उपचार कराने में कुनकुरी एसडीओपी मनीष कुंवर की त्वरित सकिय भूमिका रही।

जांच दल में थाना प्रभारी नारायणपुर निरीक्षक जीवन कुमार जांगड़े, थाना प्रभारी दुलदुला संतलाल आयाम, की टीम ने पतासाजी करते हुए ग्राम बछरांव निवासी प्रदीप बरला को हिरात में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने पर बताया कि उसकी बहन प्रतिमा की शादी ग्राम गायलूंगा की मोहनी बाई के लड़के भागवत राम के साथ हुई थी। वर्ष 2021 में प्रदीप बरला की पत्नि सीतामुनी बाई को भागवत राम भगाकर ले गया था और पत्नि बनाकर रखा था। इसके साथ उसकी बहन प्रतिमा को भी छोटी छोटी बातो पर भागवत राम और उसकी मां परेशान किया करते थे। इसी बात को लेकर उनकी सामाजिक मीटिंग भी हुई थी जिसमें तय हुआ था कि भागवत राम एवं उसकी मां मोहनी बाई को प्रदीप बरला की दुसरी शादी करानी पडेगी उसमे जो खर्च होगा उसे भागवत राम और उसकी मां को देना पड़ेगा।

सामाजिक मीटिंग में तय हुई बातो को भागवत राम और उसकी मां द्वारा नही माने जाने से इनके बीच विवाद हुआ और इसके बाद प्रदीप बरला ने बछरांव में काम करने आये हुए जशपुर के राजमिस्त्री अजय राम से सम्पर्क किया जिसने कहां की इस काम के लिये मै एक आदमी ढूंढ दुंगा जिसके लिये कुछ पैसा एडवांस चाहीए इसके बाद प्रदीप बरला ने अजय को 6 हजार रूपया दिया था। इसके बाद अजय राम ने प्रदीप बरला को कांटाबेल के सुखलाल प्रजापति से मिलवाया तब सुखलाल भागवत राम और उसकी मां मोहनी बाई की हत्या करने के लिये राजी हो गया और इस काम के लिये उससे 20 हजार रूपये की एडवांस में सुपारी ली।

कुछ समय पश्चात अजय और सुखलाल ने प्रदीप बरला से कहा कि इस काम के लिये एक दो आदमी और लगने की अवश्यकता बताई। इसके उपरांत प्रदीप बरला ने ग्राम बछरांव घाटतरी के छविलाल यादव जो पूर्व में नक्सली ग्रुप का सदस्य रहा है, को अपनी योजना के बारे में बताया और इस काम के लिये उसे भी 7 हजार रूपया एडवांस में दिया था। इसके उपरांत अजय राम, सुखलाल प्रजापति, छविलाल यादव, अघनेश्वर उर्फ लेबा राम सभी लोगो ने योजना बनाकर 6 मई को प्रातः 5.20 बजे मोहनी बाई को गोली मारकर घायल कर दिया। घटना दिनांक को भागवत राम घर में नही था।

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