निःशुल्क समर कैम्प: जशपुर जिले के सभी स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट विद्यालय में 16 से 30 मई तक होगी आयोजित, पंजीयन तिथि 14 मई तक

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल के दिशा निर्देश में जिला प्रशासन द्वारा सभी विकासखण्ड के स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट विद्यालय में 16 मई से 30 मई 2022 तक ग्रीष्मकालीन समर कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। समर कैम्प विद्यार्थियों के बहुआयामी विकास एवं मनोरंजन से जुड़ा महत्वपूर्ण आयोजन है। समर कैम्प सीखने-सिखाने के माहौल को प्रोत्साहित करने के अतिरिक्त अकादमिक कौशलों के साथ स्व-रूचि, आजीविका एवं मानसिक कौशलों के विकास का समन्वित अवसर उपलब्ध कराता हैं। समर कैम्प  जिला बनने के 24 वर्ष बाद पहली बार   आयोजन इतने व्यापक स्तर पर किया जा रहा है, जिसमें कि केवल जिला मुख्यालय जशपुर ही नहीं अपितु बगीचा, फरसाबहार जैसे सुदूर विकासखण्डों को भी सम्मिलित किया गया हैं।

 जिला प्रशासन द्वारा सृजन 2022 के नाम से 15 दिवसीय समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। समर कैम्प का आयोजन महानगरीय किशोरो लिए आयोजित किए जाने वाले समर-कैंपों की तर्ज पर जिनमें पालकों से मोटी राशि लेकर विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण दिया जाता है, जबकि इसके विपरीत जनजातीय बहुल जशपुर में पूर्णतः निःशुल्क आवासीय सुविधायुक्त समर कैंप का आयोजन न केवल आदिम जाति कल्याण विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग का नवाचारी प्रयास है, बल्कि यह युवा कलेक्टर श्री रितेश अग्रवाल की अनूठी सोच एवं प्रोत्साहन से सम्भव हो रहा है। सुविधा विहीन विद्यार्थियों के लिए एक छत के नीचे इतनी विधाओं के प्रशिक्षकों और कलाकरों का एकत्रीकरण और भोजन, आवास जैसी सुविधाओं को उपलब्ध कराने के लिए मानव संसाधन, स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा और मूलभूत संरचनात्मक व्यवस्था आदिम जाति कल्याण विभाग के द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है।

समर कैंप के आयोजन के लिए प्रत्येक विकासखण्ड में 200 छात्रों के पंजीयन का लक्ष्य लगभग 75 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है और विभिन्न पंजीयन केन्द्रों में छात्रों के पहुंचने के कारण, समय-सीमा 14 मई 2022 तक बढ़ा दी गई है।

 आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिले के सभी विकासखण्डों में कैलीग्रीफी, रंगोली, पेंटिंग, कुकिंग, थर्माेकोल आर्ट, कम्प्यूटर (पेंट ब्रस एवं एनिमेशन), एरोबिक्स, मिट्टीकला, बांस शिल्प, काष्ठ शिल्प, छिंदकला, कबाड़ से जुगाड़, नृत्य, संगीत, वादन, गायन, टेबल टेनिस, कैरम, शतरंज, सिलाई इत्यादि विधाओं का प्रशिक्षण दिया जाना है। जिले के समस्त विकास खण्डों में 1128 बच्चों का पंजीयन कराया गया है। पंजीकृत प्रतिभागियों के लिए आवासीय व्यवस्था के साथ-साथ डे-स्कॉलर के रूप में उपस्थित रहने की सुविधा है। समर कैंप के विभिन्न विधाओं से प्राप्त जानकारी एवं प्रशिक्षण का उपयोग न केवल स्वस्थ्य मनोरंजन के लिए अपितु स्व-रोजगार एवं रचनात्मकता के लिए प्रांरभिक ज्ञान के स्त्रोत के रूप में भी किया जा सकता है।

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