एलपीजी सिलेंडर की महंगाई के चलते रसोई से निकलने लगा लकड़ी, कंडा जलने का धुआँ – वंदना राजपूत

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उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों ने बंद कर दी है गैस भरवानी, सिलेंडर के लगातार दाम बढ़ने से महिलाएं हैं परेशान

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दाम में लगातार वृद्धि होने पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है, नरेन्द्र मोदी के राज में जनता बेहाल है, लगातार रसोई गैस सिलेंडर के दाम में वृद्धि करना ये सबसे बड़ी असफलता है मोदी सरकार की। रसोई गैस सिलेंडर के दाम 1100 रुपए पहुँच गया है तो स्मृति ईरानी कहाँ गायब हो गई है। केंद्र के भाजपा राज में सब्सिडी वाले रसोई गैस अब मध्यम वर्ग और गरीब वर्ग की पहुंच से बाहर हो चुकी है, मई 2014 में सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की कीमत 400₹ के लगभग थी, जो आज 1100₹ पार हो चुकी है। मई महीना में ही रसोई गैस सिलेंडर के दाम में दूसरी बार मूल्य में वृद्धि होना महिलाओं के किचन में संकट गहराता जा रहा है।

महंगी गैस के कारण 95 प्रतिशत उज्ज्वला योजना लाभार्थी गैस रिफिलिंग नहीं करवा पा रहे है। लगातार महंगा गैस होने के कारण उज्ज्वला योजना का भविष्य अंधकार में चला गया है। मोदी सरकार का हर योजना फ्लॉप हो गया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि बढ़ती महंगाई से महिलाएं पहले से ही परेशान है, लगातार पेट्रोल-डीजल और एलपीजी की कीमतों ने पहले से ही आम जनता की हालत पतली कर दी है। जिसके बाद आज एलपीजी गैस के दामों में एक बार फिर से बढ़ोतरी करना केंद्र सरकार का गरीबों के ऊपर अत्याचार ही है, सत्ता के घमंड में बेलगाम महंगाई नरेन्द्र मोदी को दिखाई नही दे रहा है। लगातार महंगाई बढ़ती जा रही है, लेकिन प्रदेश के भाजपा नेता इसके लिए आंदोलन क्यों नहीं कर रहे है। जब रसोई गैस सिलेंडर यूपीए सरकार में 400 रुपए रहता था और उसमें साल मे 50 पैसे या 1 रुपए के मूल्य वृद्धि होने पर सड़कों में लकड़ी के चूल्हे जलाकर प्रदर्शन करते थे, आज गैस सिलेंडर के दाम 1100 रुपए हो गया है, भाजपा के नेताओं के मुंह में ताला लग गया है।

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