हाथियों क़े हमले में कंडोरा निवासी त्रिलोचन यादव क़े निधन पर संसदीय सचिव यू. डी. मिंज ने संवेदना व्यक्त किया, लोगों से अपील हाथियों के पीछे न दौड़ें, उन्हें ना छेड़ें
June 7, 2022संसदीय सचिव यू. डी. मिंज ने स्वर्गीय त्रिलोचन यादव क़े निधन को समाज और खुद क़े लिये अपूरणीय क्षति
समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जशपुर
कल रात कंडोरा में त्रिलोचन यादव की हाथियों क़े हमले में हुई मौत पर है.संसदीय सचिव यू डी मिंज ने अपनी संवेदना व्यक्त किया है.
संसदीय सचिव यू डी मिंज ने कहा कि स्व त्रिलोचन यादव की मृत्यु समाज क़े लिए अपूरणीय क्षति है और मेरे लिये यह व्यक्तिगत नुकसान है. उन्होंने कहा कि स्व त्रिलोचन यादव जी से बहुत ही आत्मीय संबंध रहे है और वो मेरे मार्गदर्शक क़े रूप में सदैव मुझे सलाह और आशीर्वाद देते रहे हैं उनके निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ. उन्होंने कहा कि हाथियों के बढ़ते हमलों और लगातार हो रही इंसानी मौतों पर चिंताजनक है। यू.डी. मिंज ने लोगों से अपील की है कि हाथियों के पीछे न दौड़ें,उन्हें ना छेड़ें। उन्होंने बताया कि हाथियों के पीछे ग्रामीणों की भीड़ को रोकने के लिए डीएफओ ने पुलिस अधीक्षक से पुलिस बल मांगी है। जिसपर एसपी राजेश अग्रवाल ने पुलिस बल देने की सहमति दी है।
ज्ञात हो कि जशपुर जिले में 45 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। यह दल 5 दलों में हैं जिसमें बीती रात हाथियों के दो दल के हमले में एक बुजुर्ग व्यक्ति और एक महिला की मौत हुई है।जशपुर जिले में जंगली हाथियों और मानव के बीच संघर्ष तेज हो गया है। पानी और भोजन की तलाश में हाथियों के 5 दल मानव बस्तियों के नजदीक जा रहे हैं। जिसका परिणाम बीते 15 दिन में 4 लोगों की मौत हो चुकी है।
डीएफओ जितेंद्र उपाध्याय ने बताया कि अभी मखना हाथी घूम रहे हैं ।जो हाथी वयस्क हो चुके हैं उन्हें मखना हाथी कहा जाता है जो मदकाल में होने के कारण दल से निकाले हुए हैं । ये काफी आक्रामक होते हैं और इंसानों द्वारा खदेड़े जाने से उनपर हमला करते हैं। 3 गश्ती दल हाथी विचरण क्षेत्रों में लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं। हाथियों के बढ़ते हमलों को देखते हुए अब 3 और पेट्रोलिंग टीम तैयार की गई है। वहीं कटहल पकने के कारण हाथियों का दल गांव में घुस रहे हैं। जिसको लेकर भी वन विभाग अब ग्रामीणों से कटहल तोड़कर उसे गड्ढों में डालने की अपील कर रहा है।