केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 14 जून को “विश्व रक्तदाता दिवस” की तैयारी की समीक्षा के लिए सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के साथ किया संपर्क
June 8, 2022इस वर्ष के ‘विश्व रक्तदाता दिवस’ के लिए अभियान का नारा है “रक्तदान एकजुटता का कार्य है। प्रयासों में शामिल हों और जीवन बचाएं”
ई-रक्त कोष, रक्त केंद्र/प्रयोगशाला इंटरफेस के रूप में काम करने वाला एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है। शेष सभी ब्लड बैंकों को ई-रक्तकोष पर पंजीकरण कराने को कहा
राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को नियमित रूप से गैर-पारिश्रमिक वाले स्वैच्छिक रक्तदान की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने का सुझाव दिया गया
समदर्शी न्यूज डेस्क.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ‘विश्व रक्त दाता दिवस (डब्ल्यूबीडीडी)’ की तैयारी की समीक्षा के लिए सभी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के साथ एक बैठक आयोजित की। विश्व रक्त दाता दिवस स्वैच्छिक रक्तदान के माध्यम से जीवन बचाने के लिए रक्त दाताओं को धन्यवाद देने का अवसर है। इस वर्ष विश्व रक्त दाता दिवस 14 जून 2022 को मनाया जा रहा है। इस वर्ष के विश्व रक्त दाता दिवस के लिए अभियान का नारा है “रक्तदान एकजुटता का कार्य है। प्रयासों में शामिल हों और जीवन बचाएं।”
विश्व बैंक रक्तदाता दिवस के महत्व पर बल देते हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों से नियमित गैर-पारिश्रमिक स्वैच्छिक रक्तदान की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने, पर्याप्त आपूर्ति बनाए रखने और प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध, वर्ष भर रक्तदान की आवश्यकता, सुरक्षित रक्त संचार के लिए सार्वभौमिक और समय पर पहुंच, एक स्थायी और आसान राष्ट्रीय रक्त प्रणाली का निर्माण करने के लिए, यह सुनिश्चित करने के लिए कि संचार की आवश्यकता वाले प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षित रक्त तक पहुंच पर प्रकाश डालने का आग्रह किया, क्योंकि देश को स्वैच्छिक, अवैतनिक रक्त दाताओं की आवश्यकता है जो नियमित रूप से रक्त दान करते हैं।
उन्होंने राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को अधिकतम रक्त संग्रह (एकत्रित रक्त शेल्फ जीवन: 35-42 दिन) के साथ इच्छुक रक्तदाताओं के अधिकतम पंजीकरण को करने और ब्लॉक, जिला और सरपंच द्वारा प्रशासित ग्राम पंचायत स्तर पर रक्त दाताओं को बधाई देने और प्रतिज्ञा लेने के समारोह आयोजित करने का सुझाव दिया। जिला कलेक्टर/जिला मजिस्ट्रेट जिले में गतिविधियों की निगरानी करेंगे। यह भी सुझाव दिया गया कि रक्तदान करने की शपथ शारीरिक आयोजनों और डिजिटल प्लेटफॉर्म दोनों के माध्यम से ली जा सकती है।
इस अवसर पर की जाने वाली गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाए जाने के लिए, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को 14 जून, 2022 को सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी)/सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और उप-जिला और जिला अस्पताल में अन्य ब्लड बैंक व्यवहार्यता के अनुसार रक्त समूह परीक्षण के लिए उचित सुविधा प्रदान करने की सलाह दी गई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने उनसे आम नागरिकों को उनके रक्त समूह को जानने में मदद करने का भी आग्रह किया जो रक्तदान के उद्देश्य से आपात स्थिति में उपयोगी सिद्ध होगा। इससे रक्तदाताओं के पंजीकरण को भी बढ़ावा मिलेगा और जागरूकता पैदा करेगा।
आरोग्य सेतु ऐप के माध्यम से रक्त दाता पंजीकरण और ई- रक्तकोष से जोड़ने के लिए जिन चरणों का पालन करने की आवश्यकता है, उनमें शामिल हैं : –
- रक्तदान के लिए स्वयंसेवकों का पंजीकरण को-विन पोर्टल पर सक्षम किया जाएगा।
- ई-रक्तकोष रक्त केंद्र/प्रयोगशाला इंटरफेस के रूप में कार्य करेगा। शेष सभी ब्लड बैंक ने ई-रक्तकोष पर पंजीकरण करने को कहा।
- रक्त कोष द्वारा ई-रक्तकोष पर रक्तदान प्रमाण पत्र सृजित होने के बाद रक्तदान पूर्ण होने पर आरोग्य सेतु के माध्यम से स्वयंसेवकों को प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाएगा।
- आसान पहुंच के लिए रक्त दाताओं के पास को-विन पोर्टल/आरोग्य सेतु पर निकटवर्ती रक्त केंद्रों की सूची के साथ-साथ आगामी रक्तदान शिविरों तक पहुंच होनी चाहिए।
PIB Delhi