सहारा इंडिया के अभिकर्ताओं ने किया कलेक्टर कार्यालय का घेराव, मेच्यैरिटी राशि वापस दिलाने कलेक्टर से लगाई गुहार….जानें कहाँ का है मामला ?

June 8, 2022 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, बिलासपुर

सहारा इंडिया ग्रुप के अभिकर्ताओं द्वारा कोटा के जमा कर्ताओं का जमाधन समयावधि पूर्ण हो जाने के बाद भी भुगतान न करने के संदर्भ में मंगलवार को कलेक्टर बिलासपुर के नाम ज्ञापन सौंपा।

उनका कहना था कि हम सभी साथीगण सहारा इंडिया में विगत कई वर्षो से अभिकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं और उसमें निवेशकर्ताओं को सेवा दे रहे हैं। उक्त कंपनी के द्वारा हम अभिकर्ताओं का एवं जमाकर्ताओं का विभिन्न स्कीमों के तहत जमा धन की मिच्योरिटी हो जाने के बाद भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। भुगतान करने में टाल मटोल करते हुए सहारा सेबी प्रकरण के कारण भुगतान होने में भुगतान लेट होने का कारण बताया जा रहा है और कंपनी के द्वारा मिच्योरिटी राशि को अन्य मदों (पुनर्निवेश) में ट्रांसफर करने का दबाव बनाया जाता है।

पुनर्निवेश की गई रकम तथा अन्य सभी प्रकार की जमा राशि का समयावधि पूर्ण हो जाने के बाद भी सम्मानीय जमाकर्ताओं का एवं अभिकर्ताओं की धनराशि वापस नहीं की जा रही हैं। सहारा इनवेस्टमेंट लिमिटेड कंपनी के अधिकारियों से जब इस संबंधी मे बातचीत की जाती है तो उनके द्वारा भी तारीख पर तारीख दी जाती है। कोई संतोषप्रद जवाब नहीं मिल रहा है। सहारा इंडिया ग्रुप के प्रमुख सहाराश्री सुब्रतराय भी टेलीविजन के माध्यम से, अखबारों में समाचार एवं विज्ञापन के माध्यम से यह कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट में सहारा सेबी का प्रकरण लंबित है, और एक बहुत बड़ी रकम सेवी के फंड में जमा है। जिसका भुगतान सेबी नहीं कर रही हैं। इसलिए यह समस्या उत्पन्न हुई है। जल्द ही व्यवस्था ठीक कर ली जाएगी।

उनका कहना है कि सहारा के अभिकर्ताओं के सामने इस करोना काल और लॉकडाउन जैसी विकट परिस्थिति में रोजी रोटी खत्म हो जाने की समस्या उत्पन्न हो गई है। आज प्रत्येक व्यक्ति आर्थिक परेशानी के दौर से गुजर रहा है। इस अवस्था में कंपनी के द्वारा भुगतान ना किया जाना काफी चिंता का विषय है। जमाकर्ताओं का भुगतान भी समय से ना होने के कारण सम्मानीय जमाकर्ता भी परेशान हो रहे हैं। इन परिस्थितियों के कारण सहारा इंडिया परिवार में काम करने वाले अभिकर्ता साथियों के साथ कुछ भी अहित होता है जैसे अभिकर्ता साथियों द्वारा तनाव में आकर आत्महत्या कर लेना. चिंता में आकर पागलपन जैसे स्थित अथवा अवसाद से ग्रसित होकर किसी भी तरह का शारिरीक मानसिक अहित होना,यदि ऐसा होता है तो इसके लिए सहारा इंडिया ग्रुप परिवार के सभी सुब्रत राय सहारा श्री सहित इस ग्रुप के कंपनियों के डायरेक्टर एवं रिजन के अधिकारीगण जिम्मेदार होंगे। निवेदन है कि हम सभी सहारा के अभिकर्ताओं का एवं सम्मानीय जमाकर्ताओं का मिच्योरिटी अवधि पूर्ण हो जाने के बाद भी जिस राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है उक्त राशि को भुगतान करवाने में सहयोग प्रदान करें।