नारकोटिक्स सेल और चकरभाटा पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में ड्रग पैडलर गिरफ्तार, मौली के साथ पकड़ाया भूगोल का मैनेजर, प्रकरण की हो रही है सघन जांच……

June 21, 2022 Off By Samdarshi News

हाईप्रोफाईल ड्रग MDMA का बिलासपुर में मिलना छत्तीसगढ़ के लिए अच्छे संकेत नहीं…!

MDMA वही खतरनाक ड्रग है जिसका संबंध फिल्म ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत और रिया चक्रवर्ती के साथ जुड़ा हुआ है

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, बिलासपुर

विगत दिनों मुखबिर से मिली पुख्ता सूचना के आधार पर चकरभाटा पुलिस एवं नारकोटिक्स सेल ने बिलासपुर-रायपुर हाइवे पर बजरंग पेट्रोल पम्प के पास एक संदिग्ध व्यक्ति को अवैध मादक पदार्थ MDMA या मौली के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी ने अपना नाम योगेश द्विवेदी उर्फ राम पिता निलेश द्विवेदी उम्र 23 वर्ष तिफरा निवासी होना बताया। पुलिस ने बताया कि वह भूगोल क्लब बिलासपुर में मैनेजर का काम करता है। साक्ष्य के समक्ष आरोपी की तलाशी में उसके पास  छुपाकर रखी गई चार प्लास्टिक की जिपर पाउच मे भारत में पूर्णतः प्रतिबंधित ड्रग Ecstasy /MDMA  उर्फ मौली कुल वजन चार ग्राम, नगदी 2500/- रुपये जब्त की गई। जब्तशुदा मादक पदार्थ की अनुमानित कीमत 42,500/-रुपये बताई गई है। उक्त मादक पदार्थ में मिथाइल एनीडियोक्सी मेथामफेटामाइन का होना पाया गया है। जिसे आमतौर पर एक्स्टसी या मौली के नाम से जाना जाता है। मौली एक मनो-सक्रिय दवा है जो मुख्य रूप से अति उत्तेजना या मनोरंजक उद्देश्यों के लिए उपयोग की जाती है। इसके सेवन से संवेदनाएं बढ़ना ऊर्जा बढ़ना, सहानुभूति और आनंद बढ़ना शामिल हैं।

पुलिस आरोपी सहित अन्य संदिग्ध व्यक्तियों से इस मादक पदार्थ के बारे में जानकारी एकत्र कर रही है।  यह कहाँ से लाया गया, इसे खरीदने और उपयोग करने वाले कौन कौन है ? इस कार्यवाही में ACCU प्रभारी निरीक्षक हरविंदर सिंह, थाना प्रभारी चकरभाठा मनोज नायक, सिरगिट्टी थाना प्रभारी सागर पाठक, उप निरीक्षक प्रसाद सिन्हा, आरक्षक हेमन्त सिंह, प्रधान आरक्षक सिद्धार्थ पाण्डेय, प्रधान आरक्षक प्रवीण पाण्डेय, गौकरण सिन्हा, राजेश सिंह, आकाश मनहर आदि शामिल थे।

ज्ञात हो MDMA वही मादक ड्रग है जिसका संबंध फिल्म ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या और रिया चक्रवर्ती से जुड़ा हुआ है। ऐसे खतरनाक ड्रग का बिलासपुर में पाया जाना बिलासपुर सहित छत्तीसगढ़ के भविष्य के लिए घातक है। जानकारी के अनुसार इसका प्रयोग हाईप्रोफाईल पार्टियों में किया जाता है।

नगर सहित आस-पास लगातार बढ़ती जा रही नशाखोरी की लत और अपराध ने पुलिस की नाक मे दम कर रखा है। सशक्त पुलिसिंग लगातार धरपकड़ के बावजूद अपराध का ग्राफ कम होने का नाम नही ले रहा। युवाओं का इसकी गिरफ्त में आना चिंतन का विषय है। अब तो यह आलम है कि नशे का यह कारोबार आर्गनाईज्ड क्राईम का विभत्स रूप ले चुका है। साल के प्रारंभिक माह में नशे के सौदागरों ने एक युवा की दिनदहाडे़ सार्वजनिक स्थल में सामूहिक हत्या की,जबकि उस दिन शहर हाई एलर्ट पर था। हत्या स्थल की चंद दूरी पर मुख्यमंत्री का कार्यक्रम आयोजित था। नशाखोरी जैसे महत्वपूर्ण विषय पर गहन चिंतन और मनन की महति आवश्यकता है। इसकी गंभीरता को समझते हुए निरंतर आवश्यक प्रयास किये जाने चाहिए।