धरमजयगढ़ लोहरदगा रेललाइन सर्वे की स्वीकृति रचेगी जशपुर जिले में विकास का नया इतिहास : श्रीमती गोमती साय

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर/फरसाबहार

कोरबा लोहरदगा रेल लाइन का पांच दशक पुरान सपना पूरा होने का समय समीप आ गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने छत्तीसगढ़ की जनता की विकास की जरूरत को महसूस करते हुए,इस रेल लाइन के निर्माण के लिए नए सिरे से सर्वे की स्वीकृति देते हुए,8 करोड़ का बजट जारी कर दिया है। रेल विभाग ने इस सर्वे के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी है। रायगढ़ लोकसभा की सांसद श्रीमती गोमती साय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि धरमजयगढ़,पत्थलगांव लोहरदगा रेल लाइन 240 किलोमीटर  और सरडेगा पत्थलगांव रेल लाइन 128 किलोमीटर,स्वीकृत सर्वे कार्य में शामिल है। नीजि कंपनियों द्वारा भरे गए निविदा फार्म को अगले माह 8 अगस्त को खोला जाएगा। इसके साथ ही सर्वे की प्रक्रिया शुरू जाएगी। कोरबा लोहरदगा रेल लाइन का सपना का इतिहास पांच दशक से भी पुरान है। इस रेल लाइन का तीन बार सर्वे पूर्व में भी किया जा चुका है। जानकारों के अनुसार सबसे पहले 1970 में सर्वे किया गया था। इसके बाद दूसरी बार 1980 में और तीसरी बार यूपीए सरकार में वर्तमान में पश्चिम बंगाल की मुख्य मंत्री सुश्री ममता बनर्जी के रेल मंत्री रहते हुए भी सर्वे कार्य हो चुका है। लेकिन मामला,इससे आगे अब तक नहीं बढ़ पाया है। हालांकि बीते 5 दशक के दौरान इस परियोजना में प्रगति जरूर हुई है। झारखंड के गुमला जिले और छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ होते हुए कोरबा तक रेल लाइन के विस्तार का काम पूरा हो चुका है। अब सिर्फ लोहरदगा से धरमजयगढ़ के बीच का काम शेष रह गया है।

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