कलेक्टर ने की गोधन न्याय योजना की समीक्षा : गौठानों में गोबर और गौ-मूत्र की खरीदी नियमित की जाए : तारन प्रकाश सिन्हा

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जांजगीर-चाम्पा

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज गोधन न्याय योजना की समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि गौठान में गोबर की खरीदी नियमित रूप से की जाए और गोबर खरीदी के उपरांत वर्मी टांका में डालकर खाद को तैयार कर उसका उठाव कराए। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना को लगातार नया आयाम दिया जा रहा है। गोधन न्याय योजना का संचालन जिले में मिशन के रूप में कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में फसलों के लिए खाद की जरूरत है, जरूरत के मुताबिक किसानों को खाद भेजे, तैयार खाद का पूरा हिसाब लिया जाएगा। गड़बड़ी होने पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ डॉ. फरिहा आलम सिद्दीकी भी मौजूद थी।

कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि गोधन न्याय योजना राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इसलिए सभी विभागीय अधिकारी नियमित रूप से गौठान  का निरीक्षण करें और गौठान में सारी गतिविधियों का संचालन कराए, इसमें किसी भी तरह की कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने एनजीजीबी के तहत सभी ग्राम पंचायतों में गौठान को स्वीकृत करने, स्वीकृत एवं निर्मित गौठानों में चारागाह में मक्का, नेपियर घास लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गौठान  में प्रतिदिन गोबर की खरीदी की जानी है। गोबर खरीदी की गौठानवार स्थिति को लेकर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रतिदिन खरीदी की ऑनलाइन एंट्री करने कहा। उन्होंने कहा कि गौठान निर्माण से लेकर गोबर खरीदी, वर्मी कम्पोस्ट, आजीविका गतिविधियों के संचालन में लाइन डिपार्टमेंट की अहम भूमिका है, इसलिए सभी समन्वय बनाकर गौठान को विकसित करें।

जिले में मछली पालन, मुर्गी पालन क्षेत्र में बेहतर संभावनाएं

कलेक्टर ने बैठक में पशुपालन एवं मत्स्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि मछली पालन, मुर्गी पालन के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए प्रत्येक गौठान में एवं मनरेगा के तहत ग्राम पंचायतों में नए एवं गहरीकरण तालाबों में मछली पालन का कार्य गुणवत्ता के साथ नियमों को ध्यान में रखते हुए किया जाए। उन्होंने कहा कि गौठान में बनाए गए मुर्गी पालन शेड में स्व-सहायता समूहों के माध्यम से मुर्गी पालन का कार्य कराया जाए। उन्होंने गौठान में गेंदा के फूलों की बाड़ी लगाने के निर्देश उद्यान विभाग को दिए।

गौ-मूत्र से बनाएं जीवामृत एवं ब्रम्हास्त्र का निर्माण

कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि तिलई एवं खोखरा गौठान में गौमूत्र की खरीदी की जा रही है। खरीदी होने के बाद गौमूत्र से जीवामृत एवं ब्रम्हास्त्र तैयार कराया जाए और तैयार होने के बाद उसे किसानों को दिया जाए। फसलों में उपयोग करने के बाद उससे होने वाले फायदे के बारे में किसानों को अवगत कराने व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। 

प्रत्येक गौठान में तीन गतिविधियां अनिवार्य: कलेक्टर

कलेक्टर श्री सिन्हा ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि गौठान में आजीविका गतिविधियों को बढ़ाया जाए। गौठान में मुर्गीपालन, बकरीपालन, सब्जी-बाड़ी, मशरूम, मछलीपालन आदि गतिविधियों से स्व सहायता समूहों को लाभ मिले इसके लिए सभी गौठानों में यह गतिविधियां संचालित की जाएं। प्रत्येक गौठान में तीन गतिविधियां अनिवार्य रूप से संचालित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

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