गृह मंत्री अमित शाह का बयान गैरजिम्मेदाराना और भाजपा की स्वार्थी मानसिकता – सुशील आनंद शुक्ला

गृह मंत्री अमित शाह का बयान गैरजिम्मेदाराना और भाजपा की स्वार्थी मानसिकता – सुशील आनंद शुक्ला

August 28, 2022 Off By Samdarshi News

अमित शाह देश के गृह मंत्री है क्या उन्हें केंद्र की ताकत पर भरोसा नहीं

अमित शाह के पास उपाय है हल नही किया तो हजारों हत्यायो की जिम्मेदार भी वही

शाह का बयान राज्य के लोगो को मुंह चिढ़ाने वाला

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान सरकार बदल दो चुटकियों में नक्सलवाद का खात्मा कर दूंगा छत्तीसगढ़ की जनता को मुंह चिढ़ाने वाला है।प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अमित शाह की चुटकियों में इतना ही दम है तो सरकार बदलने का इंतजार क्यो कर रहे देश की सरकार उनके हाथ मे है खात्मा क्यो नहीं करते नक्सलवाद का किसने रोका है उन्हें ? गृह मंत्री अमित शाह का बयान गैर जिम्मेदाराना और आपत्तिजनक है उनका बयान  उन जवानों का जो दिन रात घने जंगलों में अपने जान की बाजी लगा कर नक्सलियों से लोहा ले रहे उन सुरक्षा बलों का मनोबल तोड़ने वाला भी है ।भारत का गृह मंत्री देश की सबसे बड़ी आंतरिक आतंकवादी समस्या का निदान चुटकियों में कर सकता है और उसे अंजाम इसलिए नहीं दे रहा कि उसे एक राज्य में अपने दल की सरकार बनने का इंतजार है ।अमित शाह के पास नक्सलवाद से निपटने का इतना कोई अचूक उपाय है कि वे उसे चुटकियों में खत्म कर सकते हैं और उसका छुपा कर रखे है उपयोग नहीं कर रहे तो यह देश के साथ और केंद्रीय मंत्री के रूप में उन्होंने सत्य निष्ठा की जो शपथ ली है उसके साथ भी धोखा है।

कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यदि छग और देश मे नक्सल समस्या के समाधान के लिए भाजपा की सरकार होना अनिवार्य शर्त है तो छत्तीसगढ़ में 2003 से 2018 तक भाजपा की सरकार थी ।2014 से 2018 तक केंद्र और राज्य दोनों ही जगह भाजपा की ही सरकार थी ।क्यो नक्सलवाद को अमित शाह ने चुटकियों में खत्म नही किया।इन वर्षों में हुई हजारों हत्यायो की जिम्मेदारी अमित शाह लेंगे उनके पास उपाय था और उपयोग  क्यो नहीं किया  ।छग में तो भाजपा के 15 साल के सरकार में नक्सलवाद 3 ब्लाकों से निकल कर 14 जिलों तक पहुच गया था ।राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद नक्सली घटनाओं और नक्सल के विस्तार में 80 फीसदी तक कमी आई है ।यह कमी कांग्रेस की सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नक्सल समस्या के समाधान की दृढ़  इच्छा शक्ति के कारण आई है ।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विश्वास विकास और सुरक्षा के अपने मूल मंत्र से नक्सल क्षेत्र के निवासियों का विश्वास जीत कर वहाँ विकास कार्य पहुँच मार्ग विकसित किया उनमें सुरक्षा का भाव और सरकार के प्रति भरोसा पैदा किया जिसके कारण आज प्रदेश में नक्सलवाद बैकफुट पर है।