नव पदस्थ कलेक्टर और एसपी ने गड़ाकटा और बोखी आदर्श गौठान का किया निरीक्षण, गौठान में समूह की मांग पर शेड निर्माण और विद्युत की सुविधा उपलब्ध कराने के दिए निर्देश

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गौठान में समूह की महिलाएं मछली पालन, चप्पल निर्माण, ईंट निर्माण और सर्फ साबुन बनाकर हो रहीं हैं आत्मनिर्भर, गौठान गांव को कुपोषण मुक्त गांव बनाने का दिया संदेश

सागर जोशी, समदर्शी न्यूज ब्यूरो

जशपुर. कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने आज कुनकुरी विकास खण्ड के ग्राम पंचायत गड़ाकटा में आदर्श गौठान एवं फरसाबहर विकासखंड में बोखी गौठान का अवलोकन करके स्व सहायत समूह की महिलाओं और गौठान समिति के अध्यक्षों से विभिन्न गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने स्व सहायता समूह की महिलाओं को रोजगारोन्मुखी आजीविका से जुड़कर आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही गौठानों को स्वावलम्बी बनाने के लिए मूलभूत आवश्यकताओं की जानकारी ली। उन्होंने महिलाओं से गोबर खरीदी, वर्मी कम्पोस्ट खाद, सुपर कम्पोस्ट खाद, विभिन्न सामग्रियों के विक्रय से होने वाली आमदनी की भी जानकारी ली।

ग्राम लोटापानी और गड़ाकटा की जागृति स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि वे मछली पालन और चप्पल निर्माण का कार्य कर रही हैं। अब तक समूह को 60 हजार का शुद्ध लाभ हो चुका है। चप्पल निर्माण के कार्य से भी जुड़ी हैं और हाट बाजारों में उनके हाथों से बनाई गई चप्पल की बहुत मांग है। प्रति चप्पल 100 रूपये मूल्य से विक्रय हो जाता है। समूह को एक साल में लगभग 1 लाख रूपऐ का लाभ हो चुका है। राधाकृष्ण स्व सहायता समूह की महिलाएं साबुन और अगरबत्ती बनाने का कार्य भी कर रही हैं। महिलाओं ने बताया कि साबून को डिब्बे में बंद करके देने से इसकी विक्री और बढ़ जाएगी। साथ ही सर्फ आधा किलो और एक किलों का पैंकिंग करके बाजार में बेचा जाता है। आधा किलों का पैकेट को 25 रूपए और एक किलो के पैकेट को 50 रूपए में विक्रय किया जाता है। महिलाओं ने बताया कि गौठानों में साग सब्जी का उत्पादन करके आर्थिक आमदनी अर्जित कर रही है।

दूर्गा स्व सहायता समूह की महिलाएं ईट निर्माण करके अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहीं हैं। महिलाओं ने कलेक्टर से वर्मी कम्पोस्ट खाद रखने के लिए 1 शेड और बिजली की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आग्रह किया है। कलेक्टर संबंधित अधिकारियों को गौठान में शेड निर्माण एवं विद्युत की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं। उन्होंने पंचायतों को दिए गए 14वें और 15वें वित्त की राशि का भी उपयोग करने के निर्देश दिए हैं।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने फरसाबहार विकासखण्ड के बोखी आर्दश गौठान में समूह की महिलाओं से बात करके गतिविधियों की जानकारी ली। बोखी गौठान के जमीन संबंधी समस्याओं को निराकरण करने के लिए तहसीलदार को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि गौठान में जमीन संबंधी समस्याओं का निराकरण करने के लिए दोनों पक्षों को बुलाकर जानकारी ले और गौठान की समस्या का निदान करें। निरीक्षण के दौरान उन्होंने गौठान का अवलोकन किया और गोबर खरीदी, साग-सब्जी का उत्पादन के साथ अन्य गतिविधियों की जानकारी ली। समूह की महिलाओं ने बताया कि गौठानों में साग-सब्जी का उत्पादन कर रही हैं। गौठान को 11 एकड़ में विकसित किया गया है। जिसमें 6 एकड़ के चारागाह में नैपियर घास और साग सब्जी लगाया गया है। उन्होंने सभी गौठान गांव को कुपोषण मुक्त गांव बनाने के लिए कहा है और कुपोषित बच्चों को चिन्हांकन करके एनआरसी सेंटर में रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने किसानों को धान के बदले अन्य फसल लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया है। जिससे शासन द्वारा दी जाने वाली 10 हजार की प्रोत्साहन राशि का लाभ उन्हे मिल सके।

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