हत्या के आरोपियों को पुलिस ने चंद घंटो में किया गिरफ्तार, पार्टी में नाचने के विवाद को लेकर आरोपियों ने दिया था घटना को अंजाम, घटना में सम्मिलित 08 आरोपियों को भेजा गया न्यायिक रिमाण्ड में
September 2, 2022प्रकरण में फरार आरोपियों की पता तलाश जारी
आरोपियों के विरूद्ध थाना चांपा में अपराध क्रमांक 302/22 धारा 147,148, 149, 294, 323, 302 भादवि पंजीबद्ध
समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जांजगीर-चांपा
प्रार्थी करण सहिस ने थाना चाम्पा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 31 अगस्त 22 को तुलसी भवन चांपा में कलेश्वर देवांगन द्वारा पार्टी का आयोजन किया गया था, जिसमें प्रार्थी अपने अन्य साथियों के साथ गया था। रात्रि करीबन 01 बजे किरन सारथी एवं मनीष सारथी तुलसी भवन आये और जबरदस्ती नाचने लगे जिसे मना करने पर आरोपी किरण सारथी अपने अन्य साथी बाटा यादव, विजय बरेठ, मोन्टू उर्फ मयंक, समीर राठौर एवं अन्य लोगों को फोन करके बुलाने पर आरोपीगण मौके पर कार से पहुंचे एवं एक राय होकर कलेश्वर देवांगन, भीषम एवं करण चौहान से मारपीट करने लगे तब कलेश्वर देवांगन अपनी जान बचाने के लिए तुलसी भवन के ऊपर छत में चढ़ गया, तो आरोपीगण छत में जाकर कलेश्वर देवांगन से मारपीट करने लगे और कलेश्वर देवांगन की हत्या करने की नियत से उसको उठाकर छत से नीचे जमीन में फेक दिये। जिससे कलेश्वर देवांगन के सिर में गंभीर चोट लगी, जिसे ईलाज हेतु तत्काल एनकेएच अस्पताल चांपा ले जाया गया, जहॉ से कलेश्वर देवांगन को बिलासपुर अस्पताल रिफर करने पर ले जाते समय रास्ते में ही मृत्यु हो गयी। जिसे वापस बीडीएम अस्पताल लेकर आये।
प्रार्थी की रिपोर्ट पर आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 302/22 धारा 147,148, 149, 294, 323, 302 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए चांपा पुलिस द्वारा तत्काल घटना में सम्मिलित आरोपी 1 सतीश उर्फ बाटा यादव 2 गुदा उर्फ विजय बरेठ 3 बाबा उर्फ उमाशंकर यादव 4 मोन्टू उर्फ मयंक वैष्णव 5 आशीष राठौर 6 समीर राठौर 07. करन सारथी एवं 8 मनीष सारथी को दिनांक 01 सितंबर 22 को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में भेजा गया।
आरोपियों को गिरफ्तार करने में उप निरीक्षक – नागेश तिवारी, भुवनेश्वर तिवारी, सहायक उप निरीक्षक – दिलीप सिंह, रामप्रसाद बघेल, प्रधान आरक्षक – राकेश तिवारी, अजय चतुर्वेदी, आरक्षक – ईश्वरी राठौर, धर्मेन्द्र तिवारी, माखन साहू, गौरीशंकर राय एवं श्रीकांत सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा।