भाजपा की नजर में किसानों, गरीबों, छात्र, महिलाओं और सीनियर सिटीजन को मिलने वाली सुविधा रेवड़ी कल्चर है, भाजपा को गरीबों की नही पूंजीपतियों के लाभ की है चिंता

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मोदी सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ जनता में भयंकर आक्रोश है, देश की गिरती अर्थव्यवस्था, बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई, डूबते बैंक और बिकती सरकारी कंपनियों के लिए जनता मोदी की नीतियों को जिम्मेदार मानती है

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

भाजपा के रेवड़ी कल्चर वाले बयान पर कांग्रेस ने तीखा प्रहार किया है, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने भाजपा से पूछा है कि गरीब परिवार को निःशुल्क राशन, किसानों की कर्ज माफी, उपज का सही मूल्य, मजदूरों को आर्थिक सहायता एवं महिलाओं, छात्र और सीनियर सिटीजन को मिलने वाली सुविधा एवं सहायता भाजपा के नजर में अगर रेवड़ी कल्चर है ? तो मोदी सरकार के द्वारा जो चंद पूँजीपत्तियों की लाखों करोड़ का कर्ज और टैक्स माफ की गई, हजारों करोड़ की मूल्यवान सरकारी कम्पनियों, रेल्वे स्टेशन, विमानन कम्पनी को कौड़ी के मोल बेच रही है, इसे भाजपा क्या मानती है ? देश और प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि भाजपा के नजर में रेवड़ी कल्चर क्या है ?

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि क्या मोदी सरकार गरीब जनता को रसोई गैस में मिलने वाले सब्सिडी, यात्री ट्रेनों में छात्र एवं सीनियर सिटीजन को मिलने वाली छूट  सहित कांग्रेस शासनकाल में गरीब जनता की आर्थिक स्थिति सुधारने शुरू की गई जन कल्याणकारी योजनाओं को रेवड़ी कल्चर मानकर बंद कर दी है ? क्या मोदी सरकार आने वाले दिनों में किसानों को मिलने वाले खाद, सब्सिडी कृषि यंत्रों में छूट सहित देश भर की जनता को मिलने वाली स्वास्थ्यगत परेशानियों में इलाज की सुविधा, स्कूलों में मुफ्त शिक्षा, कॉलेजों में गरीब बच्चों को मिलने वाली मुफ्त शिक्षा सुविधा सहित अनेक जनकल्याणी योजनाओं को बंद करना चाहती है, महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं को बंद करना चाहती है उसे रेवड़ी कल्चर मानती है ?

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि असल मायने यह है 2014 में जो भाजपा ने देश को सब्जबाग दिखाकर लोक लुभावने वादे कर झूठी कसमें खाकर केंद्र में सरकार बनाई, वह सरकार 8 साल में जनता से किए वादे को पूरा करने में असफल रही है। देश की जनता आज भी अच्छे दिन, खाते पर 15 लाख रुपए आने का इंतजार कर रही है। किसान स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश के अनुसार लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य मिलने एवं युवाओं को दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष मिलने के साथ देशवासी 35/- रुपये लीटर में पेट्रोल डीजल और 410 रु के नीचे कीमत में रसोई गैस मिलने का सपना संजोए बैठी है। ये सपना आरएसएस, मोदी और भाजपा ने दिखाया था, आज देश की जनता जब आरएसएस और भाजपा से उन वादों के बारे में सवाल पूछती है, तब भाजपा के नेता उन्हें चुनावी जुमला ठहराकर जनता का उपहास उड़ाते हैं। जनता में मोदी सरकार के वादाखिलाफी के खिलाफ भयंकर आक्रोश है देश की गिरती अर्थव्यवस्था, बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई डूबते बैंक और बिकती सरकारी कंपनियों के लिए जनता मोदी की नीतियों को जिम्मेदार मानती है, ऐसे समय में मोदी भाजपा एक बार और जनता का ध्यान भटकाने के लिए रेवड़ी कल्चर बोलकर गरीब जनता का उपहास उड़ा रही है।

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