अमलेश्वर में घटित विभत्स घटना के विरोध में भाजपा व्यापार आर्थिक प्रकोष्ठ का मौन धरना, पुलिस को सौंपा ज्ञापन, व्यापारियों में व्याप्त रोष
October 21, 2022सराफा कारोबारी की हत्या पर मुख्यमंत्री की संवेदनहीनता आई सामने – सांसद बघेल
समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर
कल राजधानी रायपुर से लगे मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में एक सराफा व्यवसायी की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिसके चलते व्यापारियों में खासा रोष एवं असुरक्षा की भावना व्यावप्त है। छत्तीसगढ़ में बढ़ते अपराध पहले ही चिंता का विषय बने हुए हैं एवं अब इस तरह दिन दहाड़े व्यापारी की उसके व्यावसायिक परिसर में घुस कर गोलियों से ताबड़तोड़ प्रहार कर हत्या होने से व्यापारिक वर्ग में असुरक्षा की भावना व्यापत है। यदि इस तरह का माहौल प्रदेश में निर्मित होता है तो इसका असर छत्तीसगढ़ के सकल व्यापार पर पड़ेगा जो चिंता का विषय है, भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ, भाजपा व्यसायिक प्रकोष्ठ एवं आर्थिक प्रकोष्ठ ने व्यापारियों में व्याप्त रोष एवं असुरक्षा की भावना पर ध्यानाकर्षण हेतु आजाद चौक स्थित गाँधी प्रतिमा के नीचे बैठकर मौन विरोध प्रदर्शन किया एवं एस.एस.पी पुलिस को ज्ञापन सौंपा जिसमें सभी प्रकोष्ठों एवं भाजपा नेताओं ने सुरक्षा को मुख्य चिंता का विषय बताया।
कार्यक्रम में उपस्थित भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राजेश मूणत ने इसे कांग्रेस सरकार एवं प्रशासन की विफलता करार दिया, उन्होंने कहा कि राजधानी से सटे हुए एवं खुद मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र एवं गृहमंत्री के गृह जिला में इतनी बड़ी घटना का घटना सरकार की नाकामियों को उजागर करता है। जनता सब देख रही है, आपकी नाकामियों से त्रस्त जनता आपको आईना दिखाने तैयार है।
नव नियुक्त जिला अध्यक्ष जयंती भाई पटेल ने कहा छत्तीसगढ़ के राजस्व में व्यापार का बड़ा योगदान है और यदि व्यापारी वर्ग में असुरक्षा की भवना व्याप्त होगी, तो वह यहाँ व्यापार करने से कतरायेगा, जिसका सीधा असर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में पड़ेगा। पहले ही आपने प्रदेश को कर्ज में डुबो दिया है, अब व्यापारियों में कायम यहाँ की शांति को मत भंग होने दीजिए। यदि गृहमंत्री से मंत्रालय नही संभल रहा, वे व्यापारियों को सुरक्षा देने में असामर्थ्य हैं तो उन्हें अपने पद से स्वस्फूर्त स्तीफा दे देना चाहिए। यदि प्रशासन का रवैया इसी तरह लचर रहा तो आगामी समय में व्यापारियों के हित में बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहे प्रशासन।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रदेश प्रवक्ता राजेश मूणत, केदार गुप्ता, संजय श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष जयंती पटेल, महामंत्री रमेश सिंह ठाकुर, अकबर अली, ज्ञानचंद चौधरी, अमित मैशरी, व्यसायिक प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक प्रदीप सिंह, जिला संयोजक सचिन सिंघल, बसंत बाघ, रमेश शर्मा, अमरनाथ सिंह, दुर्गेश तंगिल, अजय यादव, अर्जुन सारंग, पम्मु गुप्ता, राकेश धीवर आर्थिक प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक राजेश अग्रवाल, जिला संयोजक शालिग्राम नागलिया, व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक सुभाष अग्रवाल, रितेश शर्मा, पार्षद मृत्युंजय दुबे, पार्षद सारिका दुबे, सरिता वर्मा, अशोक पांडे, प्रफुल्ल विश्वकर्मा, विलास सुतार, राजीव चक्रवर्ती, गोपाल ठाकरे, प्रवीण देवड़ा, वंदना राठौर सहित बड़ी संख्या में जिला एवं प्रदेश पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सराफा कारोबारी की हत्या पर मुख्यमंत्री की संवेदनहीनता आई सामने – सांसद बघेल
जब भी पाटन आते हैं, थाने खाली हो जाते हैं, सायरन बजाते निकल गए गृहमंत्री, यह तो हद हो गई !
दुर्ग सांसद विजय बघेल ने अमलेश्वर में हुए गोलीकांड को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू पर जमकर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि घटनाक्रम के समय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मात्र 20 किलोमीटर दूर ग्राम गुढ़ियारी में थे, परंतु घटना की जानकारी होने के बावजूद असंवेदनशीलता दिखाते हुए घटनास्थल पर पहुंचने के बजाय वापस चले गए। जबकि यह घटना उनके विधानसभा क्षेत्र की है। सांसद विजय बघेल ने कहा कि दु:खद पहलू यह है कि वारदात के समय अमलेश्वर थाना के 28 में से मात्र 4 का स्टाफ था। मतलब अपराधियों को मालूम था कि आज मुख्यमंत्री आने वाले हैं और वहां सुरक्षा व्यवस्था में लगे होने के कारण पुलिस अमलेश्वर में नहीं रहेगी।
सांसद विजय बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री जब भी पाटन क्षेत्र में आते हैं, थाने खाली हो जाते हैं, जनता अपराधियों के रहमोकरम पर छोड़ दी जाती है और ऐसे में अपराधी सराफा दुकान में घुसकर लूट की वारदात को अंजाम देने कारोबारी सुरेन्द्र सोनी की गोली मारकर हत्या कर देते हैं और आराम से निकल जाते हैं क्योंकि उन्हें पता होता है कि रास्ता साफ है, पुलिस तो मुख्यमंत्री की सेवा में लगी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी सुरक्षा की चिंता करते हैं नागरिकों की जान चली जाए, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।
सांसद विजय बघेल ने गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू पर हमला बोलते हुए कहा कि ये कैसे गृहमंत्री हैं जो इतनी बड़ी वारदात के बाद सायरन बजाते निकल जाते हैं ? यह कैसी सरकार है जो जरा सी भी संवेदनशील नहीं है और कानून व्यवस्था को चौपट करके रख दिया है ? छत्तीसगढ़ की जनता इनसे त्रस्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हमने बिगड़ती कानून व्यवस्था के मद्देनजर राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया है।