सरकार ने जानबूझकर आरक्षण का पेंच फंसाया और अब भर्ती रोकने की क्रूरता दिखा रही है – ओपी चौधरी
November 7, 2022छत्तीसगढ़ का युवा न्यायधानी से लेकर राजधानी तक सड़क पर उतरने हो रहे मजबूर – भाजपा
समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर
छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने युवाओं को न्यायधानी के बाद अब राजधानी में सड़क पर उतरकर भर्तियां शुरू करने के लिए आंदोलित होने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ का युवा अपने भविष्य के लिए सड़क पर आने इसलिए मजबूर है, क्योंकि कांग्रेस की सरकार ने सारी भर्तियां रोक दी हैं। राज्योत्सव के मौके पर युवा बिलासपुर की सड़कों पर उतरे, सरकार की नींद नहीं टूटी तो अब राजधानी रायपुर की सड़कों पर छत्तीसगढ़ के भविष्य को अपने भविष्य की खातिर संघर्ष करना पड़ा।
प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पहले तो जानबूझकर आरक्षण का पेंच फंसाया। उसके बाद इसकी आड़ में भर्तियां रोकने की क्रूरता कर रही है। दीपावली के त्यौहार पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 65 हजार युवाओं से क्रूर मजाक किया। यह इस सरकार की निर्दयता का प्रमाण है।
प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए यह दुर्भाग्यजनक स्थिति है कि राज्योत्सव के अवसर पर राज्य का युवा निराश और हताश होकर बिलासपुर में सड़क पर उतरने विवश हुआ था। कल रायपुर में पूरे प्रदेश के छोटे-छोटे गांवों, कस्बों के आम मध्यम और निम्न मध्यम परिवार के युवा भाई-बहन भर्तियों पर लगी रोक के विरुद्ध काले कपड़े पहनकर सड़कों पर उतरे। यह किसी भी राजनीतिक दल के कार्यकर्ता नहीं थे। बल्कि यह वह युवा हैं जो अपने भविष्य के लिए शिक्षा के माध्यम से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन राज्य की कांग्रेस सरकार ने इन शिक्षित युवाओं को सरकारी सेवा में भर्ती होने के सारे रास्ते बंद कर दिए हैं। इस सरकार में जो कुछ भर्तियां हुईं, उनमें भ्रष्टाचार के आरोप लगे। पीएससी जैसी संवैधानिक संस्था तक आरोप के दायरे में आई। इसके अलावा भर्ती की सारी प्रक्रियाएं ठप पड़ी हैं और इन युवाओं के सामने इसके अलावा कोई रास्ता नहीं रह गया है कि वह सड़क पर उतर कर सरकार की नीतियों का विरोध करें।
प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी की समस्या लगातार विकराल हो रही है। सरकार झूठे आंकड़े देती है। 5 लाख रोज़गार देने के होर्डिंग लगाए जाते हैं और विधानसभा में जब सवाल पूछा जाता है तो जवाब आता है कि 20 हजार नौकरियां दी हैं। उन्होंने कहा कि जब छत्तीसगढ़ में 0.2 फीसदी बेरोजगारी है तो फिर युवा सड़क पर क्यों उतर रहा है ? रोजगार और बेरोजगारी भत्ता देने का वादा करके सत्ता में आने वाले 4 साल से वादाखिलाफी कर रहे हैं और रोजगार के द्वार बंद करके बैठे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार से अपील है कि युवाओं की मांग तत्काल पूरी करें।