छत्तीसगढ़ की बेटियों का अपमान बर्दाश्त नहीं, रंजीत रंजन छत्तीसगढ़ से राज्यसभा छोड़ें – सरोज पांडेय
November 10, 2022नक्सलियों का समर्थन करने वाली राज्यसभा सदस्य ने उजागर कर दी कांग्रेस की असलियत
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर
राज्यसभा सांसद व भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री सुश्री सरोज पांडेय ने कांग्रेस की राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन द्वारा बस्तर दौरे के दौरान नक्सलियों की हिमायत करने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि एक बार फिर यह साबित हो गया है कि कांग्रेस नेताओं के नक्सलियों से मधुर रिश्ते हैं और कांग्रेस नक्सलियों की किस कदर वकालत करती है। उन्होंने कहा कि रंजीत रंजन ने छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सदस्य होते हुए छत्तीसगढ़ महतारी की बेटियों का अपमान करते हुए यह भी कहा है कि हुंकार रैली में 5- 5 सौ रुपये देकर बुलाया जा रहा है। रंजीत रंजन ने छत्तीसगढ़ की बेटियों को बिकाऊ समझ रखा है। बिहार से आई रंजीत रंजन को छत्तीसगढ़ से राज्यसभा की सदस्यता छोड़कर आगरा चले जाना चाहिए। कांग्रेस उन्हें अपनी राज्यसभा की सदस्यता से बेदखल करे। भाजपा की मांग है कि रंजीत रंजन छत्तीसगढ़ से राज्यसभा की सदस्यता छोड़ें।
भाजपा सांसद सुश्री सरोज पांडेय ने कहा कि भाजपा शुरू से ही कहती आ रही है कि कांग्रेस और नक्सलियों की बड़ी साठगांठ है एवं नक्सलवादियों को कांग्रेस का संरक्षण है। एक तरफ नक्सलवादी हमारे अर्धसैन्य बलों के जवानों और पुलिस बल के जवानों को बर्बरता से मारते हैं। यहां तक कि वह प्रतिदिन ग्रामीणों को मौत के घाट उतार रहे हैं। पूरे देश में जहां नक्सलवादी घटनाओं में कमी आई है, वहीं छत्तीसगढ़ आज भी नक्सलियों का पनाहगार बना हुआ है। यह केंद्रीय रिपोर्ट कहती है। ऐसे में एक तरफ कांग्रेस के नेताओं का नक्सलियों के इलाज के लिए तेलंगाना जाना स्वयं उनका इलाज करवाना और आज कांग्रेस की छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन का नक्सलियों के पक्ष में बयान छत्तीसगढ़ वासियों के लिए बेहद ही निराशा का विषय है। हमारे प्रदेश में वह सरकार है जो नक्सलवाद के प्रति सद्भावना रखती है। हिंसा में विश्वास रखती है। ऐसे में प्रदेश किन हाथों में है, किस सोच के साथ सरकार काम करती है, यह सभी को स्पष्ट हो गया है ऐसी सरकार को तुरंत बर्खास्त हो जाना चाहिए। नक्सलियों को संरक्षण देना कांग्रेसियों का गुप्त एजेंडा है। रंजीत नक्सलियों के समर्थन में खुलकर आ गईं। अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश स्पष्ट करे कि वो रंजीत की बात से सहमत हैं कि छत्तीसगढ़ की बेटियां बिकाऊ है और नक्सली गलत नहीं हैं या फिर कि उन्हें निष्कासित करने की मांग करें और छत्तीसगढ़ के लोगों से ऐसी अपराधी सोच वाले को राज्यसभा भेजने के लिए माफी मांगें।