आखों में अपने सपने लेकर 32 बच्चे आई.आई.टी. मुम्बई से शैक्षणिक भ्रमण कर जशपुर लौटे : उत्साह, उमंग, जोश, नये जज्बे और आत्मविश्वास के साथ विधायक और कलेक्टर को साझा किए अपने अनुभव
December 14, 2022जिला प्रशासन ने सार्थक पहल करते हुए पहली बार बच्चों को आई.आई.टी. भ्रमण पर मुम्बई भेजा : बच्चों ने कहा नॉलेज भी बहुत जरूरी है
एनर्जी लैब, सीटीएआरए लैब, बम्बू हैंडक्राफ्ट लैब, डिजिटाइज लाइब्रेरी, रोबॉटिक्स, ड्रोन सहित विभिन्न तकनीकी लैब का किया भ्रमण
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
जशपुरनगर : जिला प्रशासन के सार्थक प्रयास और कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल की पहल से जिले के बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने एवं उनका बौद्धिक विकास करने और अच्छे शैक्षणिक संस्थान में प्रवेश दिलाने के उद्देश्य से जिले के संकल्प शिक्षण संस्थान में अध्ययरत 32 छात्र-छात्राएं आईआईटी मुंबई 7 से 12 दिसंबर तक 06 दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण करके ऑखों में अपने सपने लेकर जशपुर लौटे।
संकल्प शिक्षण संस्थान के बच्चे आईआईटी मुंबई भ्रमण करके बेहद ही खुश हैं। मुम्बई से वापस लौटे बच्चों व्ही.के.गुप्ता, वाई.कैवर्त, सचिता मिंज, सुयश भारत, अंकिता तिवारी, सीमा खलखो, गीता नाग, एस.व्ही. पैंकरा, ओम सागर नारंग, सौम्या यादव, श्रृंखला सिंह और अन्य बच्चों ने जशपुर विधायक श्री विनय भगत, कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री जितेन्द्र यादव, संकल्प संस्थान के प्राचार्य श्री विनोद गुप्ता और अन्य शिक्षकगणों को उत्साह, उमंग, जोश, नये जज्बे और आत्मविश्वास के साथ अपने अनुभव साझा किए।
संस्था के बच्चों ने बताया कि वहॉ जाने के बाद अपने लक्ष्य निर्धारित कर लिए हैं कि उन्हें किस क्षेत्र में जाना है और अपना कैरियर बनाना है। बच्चों ने बताया कि पैसेे ही सब कुछ नहीं होता है, ज्ञान भी लेना चाहिए वही आगे काम आती है। बच्चों ने वहॉ जाकर रिसर्च के बारे में नये-नये आधुनिक तकनीकी की जानकारी ली। समाज के लिए क्या कर सकते हैं और सबसे बड़ी बात सभी सार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ा है। मुंबई जाकर वहॉ के छात्रों से मिलकर सीखने का अवसर मिला। आई.आई.टी. मुम्बई के सोसायटी का महौल बहुत अच्छा था। रोबोटिक्स, ड्रोन और अन्य तकनीकियों के बारे में भी जानकारी मिली। सभी बच्चों ने जिला प्रशासन और कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल को धन्यवाद दिया।
विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा के दो बच्चे संतु राम और रामनारायण राम ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि पहली बार बाम्बे जा के बहुत अच्छा लगा। जीवन में आगे बढ़ने के लिए समय का पालन करना बहुत जरूरी है। तभी हम आगे बढ़ सकते हैं।
विधायक ने सभी बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि एक सोच लेकर आगे बढे़ कि हम उस कार्य में सफल हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि जितने भी मित्र हैं अच्छे-अच्छे पदों पर आसीन हैं और विदेशों में भी अच्छे पदों पर नौकरियॉ कर रहे हैं। उनके मित्र भी अच्छे संस्थाओं से डिग्री लेकर अपना मुकाम हासिल किया गया है। कठिन मेहनत से सफलता निश्चित ही मिलती है। अपनी सोच बड़ी रखें।
कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आपकी यात्रा बहुत ही लाभदायक रही। अपने सोच के दायरे को आगे बढ़ाए और अपनी तैयारी ऐसे करें कि अपने देश के अच्छे शैक्षणिक संस्थाओं के साथ विदेशों में भी पढ़ने का अवसर मिले और अपना लक्ष्य पूरा कर सके। उन्होंने कहा कि किसी भी चीज में सफल होने के लिए टीम भावना बेहद जरूरी है। शैक्षणिक भ्रमण करके आए बच्चों को उन्होंने कहा कि अपने साथी बच्चों को अपने अनुभव साझा करें और आपने जो सीखकर आए है, उन ज्ञान की बातों को अपने दोस्तों, साथियों को बाटे। ताकि उनका भी ज्ञान बढ़ सके। कलेक्टर ने बाम्बे के शिक्षक प्रो. डॉ.बकूल राव, प्रो. आनन्द राव, डॉ. प्रो. सुषमा कुलकर्णी, सितारा टीम और आईआई.टी. के शिक्षकों को धन्यवाद दिया है।
जिला पंचायत सीईओ श्री यादव ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि जशपुर मिले में शैक्षणिक पृष्ठ भूमि बहुत अच्छा है। यहॉ पर अच्छे शिक्षक, अच्छे लाईब्रेरी और वातावरण भी बहुत अच्छा है। आगामी चार माह के अन्दर आई.आई.टी. प्रवेश परीक्षा भी आयोजित होने वाला है। इसी उद्देश्य को लेकर कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने बच्चों को आई.आई.टी. बाम्बे का भ्रमण कराया, ताकि बच्चों को आई.आई.टी. और नीट की तैयारी करने का अवसर मिले और बच्चे अपने मुकाम हासिल करें।
गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा संकल्प शिक्षण संस्थान के 32 विद्यार्थियों को 06 दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण हेतु आईआईटी मुंबई भेजा गया था। जिसमें विशेष पिछड़ी जनजाति पहाडी कोरवा के 2 छात्र शामिल है। जहां वे संस्थान के कैंपस अंदर का विजिट करते हुए परिसर में स्थित एनर्जी लैब, सीटीएआरए लैब, बम्बू हैंडक्राफ्ट लैब, डिजिटाइज लाइब्रेरी, रोबॉटिक्स, ड्रोन सहित विभिन्न तकनीकी लैब का भ्रमण एवं मुंबई दर्शन के अंतर्गत विभिन्न ज्ञानवर्धक स्थल एवं शैक्षणिक संस्थानों का भी भ्रमण कराया गया। बच्चों ने बताया कि वहॉ बांसा के सुन्दर-सुन्दर सामग्री बनाई जाती है, जो दिखने में बहुत ही आकर्षक लगती है।