सांसद गोमती साय ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को पत्र लिख कर जशपुर में चाय बागान के विस्तार के लिए मांगी आर्थिक सहायता

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

छत्तीसगढ़ के एकमात्र चाय उत्पादक जिला जशपुर के चाय पत्ती की महक,अब केंद्र सरकार तक पहुँच गई है। रायगढ़ लोक सभा की सांसद श्रीमती गोमती साय ने केंद्रीय जनजातिय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा को पत्र लिख कर चाय बागान के विस्तार के लिए आर्थिक सहायता की मांग की है। अपने पत्र में सांसद श्रीमती साय ने बताया है कि जशपुर में चाय की खेती को आशातीत सफलता मिली है। इस जिले के जशपुर और मनोरा ब्लाक में 70 से अधिक एकड़ में चाय का बगान लहलहा रहा है। स्व सहायता समूह और किसानों के समूह द्वारा इन बागानों से प्राप्त होने वाली चाय पत्ती को प्रोसेस कर सी मार्ट,वन विभाग के आउट लेट के साथ खुले बाजार में बेच कर,आर्थिक लाभ प्राप्त कर रहे हैं। जशपुर में चाय की खेती में अब निजी उद्यमी भी आगे आने लगे है। चाय बगान की इस सफलता को देखते हुए जिले के बगीचा ब्लाक के पठारी क्षेत्र में इसका विस्तार किया जा सकता है। इससे विशेष संरक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवा के साथ आदिवासियों को सीधा आर्थिक लाभ होगा। लेकिन इसके लिए आवश्यक है कि पहाड़ी कोरवाओं को सरकारी आर्थिक सहायता दी जाए। जिससे वे अपनी जमीन पर चाय बागान के लिए आवश्यक संसाधन जुटा सके।

सांसद की पहल

सांसद श्रीमती गोमती साय की पहल पर केंद्र सरकार के अत्याधुनिक ट्रामा सेंटर का बड़ा उपहार जशपुर को दिया है। 

निर्माणाधीन कटनी गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण कार्य मे आ रही तकनीकि बाधा को भी दूर की जा रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि 2023 में एनएच का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

धरमजयगढ़ से लोहरदगा एवं झारसुगड़ा से पत्थलगांव के रेल लाइन का सर्वे टेंडर हो चुका है। सर्वे की रिपोर्ट के बाद आगे की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी।

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